Lok Sabha Elections: सिद्धू के जाने के बाद हार का सिलसिला तोड़ना पुरी की सबसे बड़ी चुनौतीअमृतसर [विपिन कुमार राणा]। भारतीय जनता पार्टी ने अमृतसर में कमल खिलाने के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री हरदीप पुरी पर भरोसा जताया है। स्थानीय गुटबंदी को देखते हुए भाजपा हाईकमान ने पुरी को भेजना ही उचित समझा। इस सीट पर नवजोत सिंह सिद्धू जैसा जलवा दोहराना और लगातार दो हार का सिलसिला तोड़ना पुरी के लिए चुनौती होगी।2014 में भाजपा ने दिग्गज नेता अरुण जेटली को यहां से उतारकर नवजोत सिंह सिद्धू का टिकट काट दिया गया था। जेटली के मुकाबले कैप्टन अमरिंदर सिंह मैदान में उतरे और उन्होंने जेटली को 1,02,770 मतों से हराया था। पराजय का यह सिलसिला 2017 के उपचुनाव में भी बरकरार रहा।कांग्रेस के गुरजीत सिंह औजला ने भाजपा के राजिंदर मोहन सिंह छीना को 1,99,189 बड़े अंतर से हराया। यही वजह रही कि इस बार पार्टी फूंक फूंककर कदम रख रही थी। पार्टी ऐसा कोई प्रयोग नहीं करना चाहती है ताकि पार्टी के लिए और विकट हालात अमृतसर लोकसभा सीट पर बनेंं।सीट का इतिहासअमृतसर लोकसभा सीट पर 1967 में यज्ञदत्त शर्मा ने भारतीय जनसंघ से चुनाव जीत दर्ज की थी। 1977 में जनता पार्टी से डॉ. बलदेव प्रकाश ने सीट पर जीत का परचम लहराया। उसके बाद लगातार पार्टी पांच बार हारती रही। 1998 में दया सिंह सोढ़ी विजयी हुए, लेकिन 1999 में फिर यह सीट कांग्रेस की झोली में चली गई। 2004 में भाजपा ने सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता रघुनंदन लाल भाटिया के खिलाफ नवजोत सिंह सिद्धू को मैदान में उतारा और वह विजयी रहे। उसके बाद 2007 में और 2009 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करते हुए सिद्धू ने हैट्रिक बनाई।कब कौन बना सांसद1952- गुरमुख सिंह मुसाफिर- कांग्रेस1957- गुरमुख सिंह मुसाफिर- कांग्रेस1962- गुरमुख सिंह मुसाफिर- कांग्रेस1967- यज्ञ दत्त शर्मा- भारतीय जनसंघ1971- दुर्गादास भाटिया- कांग्रेस1972- रघुनंदन लाल भाटिया- कांग्रेस1977- बलदेव प्रकाश- जनता पार्टी1980- रघुनंदन लाल भाटिया- कांग्रेस1984- रघुनंदन लाल भाटिया- कांग्रेस1989- किरपाल सिंह- निर्दलीय1991- रघुनंदन लाल भाटिया- कांग्रेस1996- रघुनंदन लाल भाटिया- कांग्रेस1998- दया सिंह सोढी- भाजपा1999- रघुनंदन लाल भाटिया- कांग्रेस2004- नवजोत सिंह सिद्धू- भाजपा2007- नवजोत सिंह सिद्धू- भाजपा2009- नवजोत सिंह सिद्धू- भाजपा2014- अमरिंदर सिंह- कांग्रेस2017- गुरजीत सिंह औजला- कांग्रेसहरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंपंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंPosted By: Kamlesh Bhatt
Source: Dainik Jagran April 22, 2019 04:29 UTC