नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क। Laddu Gopal Puja vidhi: भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप को लड्डू गोपाल कहा जाता है। कई परिवारों में लड्डू गोपाल को परिवार के सदस्यों की तरह ही माना जाता है और उनकी सेवा की जाती है। लेकिन लड्डू गोपाल को घर में रखने के भी कुछ नियम हैं। इन नियमों का पालन किया जाए तो घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।बाहर जाते समय इस चीज का रखें ख्याललड्डू गोपाल, श्रीकृष्ण का बाल स्वरूप है इसलिए बच्चे की तरह उनकी देखभाल करनी चाहिए। अगर आपने घर में लड्डू गोपाल को विराजमान किया है तो उन्हें कभी भी घर में अकेला न छोड़ कर जाएं। जहां भी आप जाते हैं उन्हें भी अपने साथ लेकर जाएं।स्नान कराते समय ध्यान रखें ये बातलड्डू गोपाल को रोज स्नान कराना जरूरी है। शंख में लक्ष्मी जी का वास माना गया है। इसलिए स्नान करवाते समय शंख का इस्तेमाल जरूर करें। इसके बाद यह पानी तुलसी के पौधे में चढ़ा दें।इस तरह करें श्रृंगारस्नान के बाद लड्डू गोपाल को साफ-सुथरे और धुले हुए वस्त्र पहनाएं। कृष्ण भगवान को श्रृंगार अति प्रिय है, इसलिए वस्त्र पहनाने के बाद लड्डू गोपाल का श्रृंगार करें। इसके लिए चंदन का टीका लगाएं और जेवर आदि पहनाएं। आरती के बाद उन्हें बेले के फूल और केला अर्पित करें। इससे वह प्रसन्न होते हैं।कितनी बार लगाएं भोगलड्डू गोपाल को दिन में 4 बार भोग लगाना चाहिए। उनका भोग हमेशा सात्विक होना चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि घर में खाने में प्याज, लहसुन और मांस का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। आपकी रसोई में जो कुछ भी पकता है उसका भोग लड्डू गोपाल को जरूर लगाना चाहिए।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'
Source: Dainik Jagran May 24, 2023 09:43 UTC