खिलाएं लोकल फ्रूट अपने बच्चों की डाइट में कोशिश करें की कम से कम एक सीजनल और एक लोकल फल जरूर शामिल करें। अगर उन्हें यह पसंद नहीं है तो उन्हें इसे खाने के लिए मजबूर न करें, लकिन कोशिश करें कि वह इसका एक टुकड़ा जरूर खाएं। इससे पेट में गुड बैक्टीरिया का विकास होगा जिससे बच्चे का इम्यून सिस्टम बेहतर बनेगा।लड्डू या हलवा हर किसी के लिए शाम 4 बजे से 6 बजे के बीच कुछ हेल्दी और पौष्टिक खाना बेहद ज़रूरी है। कुछ मीठा और सादा भोजन जैसे रोटी, घी और गुड़ का रोल या सूजी का हलवा या रागी के लड्डू देने से उन्हें एनर्जेटिक रहने में मदद मिल सकती है। यह उनके समग्र स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा का ख्याल रखता है। यह बच्चों में कोर्टिसोल के उतार-चढ़ाव का ख्याल रखते हैं।चावल डाइजेस्ट करने में आसान और टेस्टी चावल बच्चों की डाइट में शामिल करना बेहद जरूरी है। चावल प्रोटीन का एक समृद्ध स्रोत है। चावल में कई हेल्दी नुट्रिएंट्स होते हैं, जिसमें सबसे ज्यादा अहम है हर तरह के एमिनो एसिड का होना। दाल-चावल और घी डिनर का सबसे अच्छा ऑप्शन होता है।अचार या चटनी बच्चों को रोजाना घर का बना अचार- चटनी या मुरब्बा दें। ये साइड डिश उनके पेट के गुड बैक्टीरिया को पनपने में मदद करेंगे, उनकी इम्यूनिटी को स्ट्रांग करेंगे और उन्हें खुश रहने में मदद करेंगे।काजू खाने के बीच मुट्ठीभर काजू बच्चों को एक्टिव और एनर्जेटिक बनाए रखने में मदद करेंगे। काजू में माइक्रो-न्यूट्रिएंट्स होते हैं, जिससे बॉडी पेन और दर्द कम हो जाता है।उनके सोने का समय फिक्स करें सोने के समय को नजरअंदाज करना सीधे तौर पर हमारी इम्यूनिटी पर असर डाल सकता है। अच्छी नींद हमारी इम्यूनिटी सिस्टम को और सेहत को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है। यह मोटापे के जोखिम और जंक फ़ूड की क्रेविंग को भी कम करता है। जिन बच्चों का सोने का समय निश्चित नहीं होता है, उनका इम्यून सिस्टम ज्यादातर कमजोर ही होता है। सोने का समय रात 10 बजे के करीब तय किया जाए।जंक फूड से बच्चे को बचाएं सभी प्रकार के प्रोसेस या जंक फूड से अपने बच्चे को बचाएं। ये फूड आइटम्स ट्रांस फैट से भरे होते हैं और इनमें कम नुट्रिएंट्स तत्व होते हैं। यह अक्सर वजन बढ़ाते हैं और शरीर को पोषण नहीं देते। यहां तक कि हर पैकेज फ़ूड जिसपर लिखा है की वो हेल्दी हैं ,वह असल में नहीं होते।
Source: Navbharat Times June 07, 2021 09:33 UTC