पीटीआई, नई दिल्ली। देश के प्रतिष्ठित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम), अहमदाबाद ने सोमवार को पंचायती राज संस्थानों के निर्वाचित प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों में नेतृत्व की क्षमता व प्रबंधकीय कौशल विकसित करने के उद्देश्य से आवासीय कार्यक्रम की शुरुआत की।कार्यक्रम के तहत 15 से 19 जनवरी तक पहले बैच को किया जाएगा। इसमें विभिन्न राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों जिला पंचायतों के अध्यक्षों व वरिष्ठ पदाधिकारियों में 60 प्रतिभागी शामिल होंगे।आइआइएम ने बताया कि रणनीतिक ग्रामीण परिवर्तन के लिए पंचायतों में नेतृत्व (लीप-स्टार्ट) अपनी तरह का पहला प्रशिक्षण कार्यक्रम है।प्रतिष्ठित संस्थानों की भागीदारी के चलन को शुरू करेगाइस कार्यक्रम को आइआइएम अहमदाबाद ने पंचायती राज मंत्रालय के सहयोग से विकसित किया है। इसका उद्देश्य पंचायती राज के निर्वाचित प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों में संसाधनों का प्रभावी उपयोग करने के लिए नेतृत्व व प्रबंधकीय कौशल का निर्माण करना है। इस मौके पर आइआइएम के निदेशक भारत भास्कर ने कहा कि देश के जमीनी स्तर के विकास के लिए प्रतिष्ठित संस्थानों की भागीदारी के चलन को शुरू करेगा।कुशल होना अत्यंत महत्वपूर्णउन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए पंचायती राज प्रणाली का प्रभावी और कुशल होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रशिक्षण कार्यक्रम पंचायत प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों में गांव के विकास में उनका कौशल बढ़ाने, समुदायिक जरूरतों की पहचान करने, संसाधन जुटाने में मदद करेगा।
Source: Dainik Jagran January 16, 2024 13:00 UTC