Hindi NewsBusinessED Filed Charge Sheet Against Chanda Kochhar, Her Husband And 7 Others In Money Laundering CaseICICI बैंक-वीडियोकॉन लोन मामला: प्रवर्तन निदेशालय ने चंदा कोचर, उनके पति और 7 अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कीनई दिल्ली 6 घंटे पहलेकॉपी लिंकमुंबई की अदालत अब इस चार्जशीट पर 11 नवंबर को सुनवाई करेगी।चंदा कोचर के CEO रहते दिया गया था 1875 करोड़ रु. का लोनICICI बैंक की पॉलिसी का उल्लंघन कर लोन देने का आरोपICICI बैंक और वीडियोकॉन लोन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बैंक की पूर्व CEO चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत चार्जशीट दाखिल कर दी है। ED ने इस मामले में 7 अन्य के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की है।इसी साल सितंबर में गिरफ्तार हुए थे दीपक कोचरजानकारी के मुताबिक, ED ने यह चार्जशीट मुंबई की एक अदालत में दाखिल की है। इस मामले में दीपक कोचर को ED ने इसी साल सितंबर में गिरफ्तार किया था। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की ओर से FIR दर्ज करने के बाद ED ने चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और अन्य के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था। मुंबई की अदालत अब इस मामले में 11 नवंबर को सुनवाई करेगी।अदालत में जमा किए सबूतसूत्रों के मुताबिक, ICICI बैंक की ओर से वीडियोकॉन ग्रुप और इससे जुड़ी कंपनियों को 1875 करोड़ रुपए के 6 लोन दिए गए। यह लोन जून 2009 से अक्टूबर 2011 के बीच दिए गए थे। सूत्रों का कहना है कि यह लोन ICICI बैंक की पॉलिसी का उल्लंघन कर दिए गए थे। इस संबंध में मौजूद सबूतों को अदालत में जमा कर दिया गया है। यह सबूत प्रोसीक्यूशन की शिकायत का हिस्सा भी हैं।कोचर परिवार की संपत्ति को अटैच कर चुकी है EDइस मामले में ED इसी साल जनवरी में कोचर परिवार की संपत्ति को अटैच कर चुकी है। इसमें साउथ मुंबई में स्थिति एक अपार्टमेंट भी शामिल है। इस अपार्टमेंट की कीमत 76 करोड़ रुपए आंकी गई है। कस्टडी के दौरान दीपक कोचर ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले को खत्म करने की मांग की थी। साथ ही कोचर ने अपनी गिरफ्तारी को गैरकानूनी भी बताया था।लोन देने वाली कमेटी में शामिल थीं चंदा कोचरवीडियोकॉन ग्रुप की पांच कंपनियों को आईसीआईसीआई बैंक ने अप्रैल 2012 में 3,250 करोड़ रुपए का लोन दिया था। ग्रुप ने इस लोन में से 86% यानी 2810 करोड़ रुपए नहीं चुकाए। इसके बाद लोन को 2017 में एनपीए घोषित कर दिया गया। लोन स्वीकृत करने वाली कमेटी में चंदा कोचर शामिल थीं।चंदा कोचर के पति की कंपनी को मिले रुपएसूत्रों के मुताबिक, ICICI बैंक की चंदा कोचर के नेतृत्व वाली लोन कमेटी ने वीडियोकॉन को 300 करोड़ रुपए का लोन मंजूर किया था। इसके अगले दिन यानी 8 सितंबर 2009 को वीडियोकॉन ने न्यूपावर रिन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड (NRPL) को 64 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। NRPL पहले न्यूपावर रिन्यूएबल्स लिमिटेड (NRL) के नाम से जानी जाती थी जोकि चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की पत्नी थी। ED के मुताबिक, इस रकम से NRPL को 10.65 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ। ED के मुताबिक, इस मामले में कुल 74.65 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई।
Source: Dainik Bhaskar November 05, 2020 04:41 UTC