तूफान मिल्टन ने गुरुवार को फ्लोरिडा में विनाशकारी रास्ता बनाते हुए अटलांटिक महासागर में प्रवेश किया। जब यह फ्लोरिडा तट से टकराया तो एक दर्जन से अधिक बवंडर आए। तूफान मिल्टन के कारण चार लोगों की मौत हो गई। गवर्नर रॉन डेसेंटिस ने कहा कि राज्य की सबसे खराब स्थिति टल गई है। हालांकि उन्होंने लोगों को सावधान रहने की चेतावनी दी है।एपी, टैंपा। फ्लोरिडा में मिल्टन तूफान के कारण तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। कुछ हिस्सों में 18 इंच तक बारिश हुई। चार लोगों की मौत हो गई है। तूफान के कारण फ्लोरिडा के एक बड़े हिस्से में बिजली गुल हो गई है। 32 लाख से अधिक लोग अंधरे में रहने को मजबूर हैं। 10 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया है। तूफान से लोगों की मुसीबतें बढ़ गईं टैंपा और सेंट पीटर्सबर्ग में 60 प्रतिशत से अधिक गैस स्टेशनों में बुधवार रात गैस खत्म हो गई। तूफान के कारण 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाएं चलीं। हेलेन तूफान के तबाही मचाने के दो सप्ताह से भी कम समय बाद आए इस तूफान से लोगों की मुसीबतें और बढ़ गईं।मिल्टन तूफान से आपातकालीन स्थिति फ्लोरिडा में तबाही मचाने के बाद तूफान मिल्टन गुरुवार को अटलांटिक महासागर में प्रवेश कर गया। गवर्नर रान डेसेंटिस ने कहा, तूफान से काफी नुकसान हुआ है।क्षेत्र में अभी भी आपातकालीन स्थिति है। अधिकारियों ने कहा कि खतरा अभी भी बना हुआ है। अधिकारियों ने लोगों से घर पर रहने का आग्रह किया है।सेंट पीटर्सबर्ग में पानी की मुख्य लाइन टूटने के कारण शहर में सेवा बंद कर दी गई थी। निवासियों को घरों में नलों से पानी नहीं मिल पा रहा है।रात भर में 35 लोगों को बचाया गया मेयर केन वेल्च ने लंबे समय तक बिजली कटौती और सीवर प्रणाली के बंद होने की आशंका जताई है। टैंपा के प्लांट सिटी में शहर में 13.5 इंच (34 सेमी) बारिश हुई थी। इससे कई स्थानों पर बाढ़ आ गई। आपातकालीन कर्मचारियों ने रात भर में 35 लोगों को बचाया।
Source: Dainik Jagran October 10, 2024 18:49 UTC