अब तक 19 पेशेंट की मौत, 35 से अधिक स्वास्थ्य कर्मी व 25 पुलिस कर्मी हो चुके है संक्रमितइंस्पेक्टर की मौत पर पुलिस कमिश्नर ने दुख व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी हैदैनिक भास्कर Jun 12, 2020, 04:20 AM ISTगुड़गांव. गुड़गांव में गुरुवार को पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के कारण एक पुलिस इंस्पेक्टर समेत छह लोगों ने दम तोड़ दिया। वहीं गुरुवार को 191 नए पॉजिटिव केस मिले, जिससे कुल आंकड़ा बढ़कर 2737 तक पहुंच गया। कोरोना वॉरियर के रूप में काम करने वाले पुलिस कर्मी व स्वास्थ्य कर्मी गुड़गांव में 60 से अधिक संक्रमित हो चुके हैं, लेकिन सभी कोरोना को हरा दिया था।वहीं बुधवार रात को दम तोड़ने वाले इंस्पेक्टर गुड़गांव के सम्मन ब्रांच में कार्यरत थे और आगामी 31 जुलाई को सेवानिवृत होने थे। वहीं इंस्पेक्टर की मौत पर पुलिस कमिश्नर गुड़गांव आकिल मोहम्मद ने दुख व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी है। अब तक गुड़गांव में कोरोना वायरस के कारण 19 लोगों की मौत हो चुकी है।पिछले 11 दिन में ही 1963 कोरोना संक्रमण नए मामले सामने आ चुके हैंगुड़गांव में संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। पिछले 11 दिन में ही 1963 संक्रमण नए मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन दिल्ली की तर्ज पर गुड़गांव में तेजी से कोरोना संक्रमण फैल रहा है। एनसीआर में दिल्ली के बाद गुड़गांव दूसरा शहर है, जहां 2737 पॉजिटिव मामले हो चुके हैं।वहीं कोरोना से मौत के मामले भी गुड़गांव में तेजी से बढ़ने लगे हैं। जून महीने में ही कोरोना के संक्रमण ने 16 लोगों की जान ले ली है। वहीं जिला प्रशासन ने अलग-अलग अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर संक्रमण को ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन गुड़गांव में एक हजार से अधिक ऐसे मामले सामने आए हैं, जिन्हें लक्षण तक नहीं हैं, ऐसे में इन पेशेंट को घरों में ही आइसोलेट किया गया है। जबकि अब तक 860 पेशेंट रिकवर होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।आरोप: प्राइवेट अस्पताल की लापरवाही से हुई कोरोना संक्रमित की मौत, पति ने की कार्यवाही की मांगगत मंगलवार को ज्योति पार्क निवासी सीमा अरोड़ा नामक महिला की कोरोना से हुई मौत के मामले में गुरुग्राम के नामी-गिरामी सिग्नेचर अस्पताल को कटघरे में खड़ा कर दिया है। सीमा के पति अजीत सिंह स्थानीय पुलिस को दी शिकायत में सीमा अरोड़ा की मौत के लिए सिग्नेचर अस्पताल की लापरवाही को दोषी ठहराया है और अस्पताल के डॉक्टर व प्रशासनिक स्टाफ के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।गुरुवार को पुलिस व सीएमओ को दी अपनी शिकायत में अजीत सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी की अचानक तबीयत खराब होने पर उन्हें गत एक जून को नजदीकी सैक्टर 37 डी स्थित सिग्नेचर अस्पताल में दाखिल कराया था। डॉक्टरों ने उनका कोरोना टेस्ट किया तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। डॉक्टर सीमा अरोड़ा का इलाज करते रहे लेकिन उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ।गत 9 जून को उन्होंने सुबह ही अस्पताल के डॉक्टरों को बोल दिया कि मरीज डिस्चार्ज कर दें।अगर यही हाल रहा तो मरीज की जान जा सकती है। आरोप है कि महिला ने फोन कर परिजनों को बताया था कि डॉक्टर ने उसकी ऑक्सीजन बंद कर दी है और बिना ऑक्सीजन के उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है।जब सभी ने ज्यादा शोर मचाया तो अस्पताल प्रशासन ने रात साढ़े 9 बजे उसे डिस्चार्ज किया। उनके अनुसार जब यहां से चंदू-बुढेड़ा बादली रोड एम्स अस्पताल के लिए मरीज को ले जाया गया तो मरीज की हालत काफी बिगडऩे लगी और एम्स अस्पताल के डॉक्टरों ने वहां पहुंचने पर सीमा को बचाने में अपनी असमर्थता जाहिर की। उन्होंने यह भी बताया कि डिस्चार्ज किए गए अस्पताल की लापरवाही और मरीज को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन न मिलने के कारण उसकी जान गई है।
Source: Dainik Bhaskar June 11, 2020 22:41 UTC