वायदा कीमत में तेजी मजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों को बढ़ाया जिससे वायदा कारोबार में शुक्रवार को सोना 46 रुपये की तेजी के साथ 50,197 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में फरवरी 2021 के महीने में डिलिवरी वाले सोना वायदा की कीमत 46 रुपये यानी 0.09 प्रतिशत की तेजी के साथ 50197 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गई। इसमें 10,070 लॉट के लिये कारोबार किया गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार, न्यूयॉर्क में सोना 0.09 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,895.10 डॉलर प्रति औंस चल रहा था।चांदी भी चमकी मजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे वायदा बाजार में शुक्रवार को चांदी की वायदा कीमत 92 रुपये की तेजी के साथ 68,197 रुपये प्रति किलो हो गयी। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के मार्च 2021 के महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 92 रुपये यानी 0.14 प्रतिशत की तेजी के साथ 68,197 रुपये प्रति किलो हो गयी जिसमें 14,044 लॉट के लिए कारोबार हुआ। वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में चांदी 0.61 प्रतिशत की तेजी के साथ 26.41 डॉलर प्रति औंस चल रहा था।2021 में 65000 रुपये तक जा सकती है कीमत Tradebulls Securities के सीनियर टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट भवीक पटेल ने कहा कि सोने में चार महीने तक गिरावट का दौर रहा। यह दौर अब बीत चुका है। 2021 की पहली तिमाही में सोना में तेजी आने का उम्मीद है। पटेल ने कहा कि 2021 में सोने की कीमत 2150 से 2200 डॉलर और चांदी की कीमत 35 से 40 डॉलर तक जा सकती है। MCX पर सोना 62000 से 65000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। कोविड-19 के प्रभाव से इकॉनमी को निकालने के लिए कई उपाय किए गए हैं। पिछले 4 हफ्ते में मनी सप्लाई 20 फीसदी बढ़ गया है जिससे डॉलर कमजोर पड़ रहा है और महंगाई बढ़ रही है।किन चीजों पर निर्भर करेगी कीमत Milkwood Kane International के फाउंडर और सीईओ निश भट्ट ने कहा कि 2021 में गोल्ड निवेशकों के फोकस पर रहेगा क्योंकि पूरी दुनिया में सेंट्रल बैंकों ने ब्याज दरों को कम रखने और लिक्विडिटी बढ़ाने का फैसला किया है। 2021 में सोने की कीमत कई कारकों पर निर्भर करेगी। इनमें वैक्सीन की कारगरता, विकासशील देशों में वैक्सीनेशन प्रोसेस का उचित क्रियान्वयन, कम ब्याज दर की व्यवस्था और लिक्विडिटी के बारे में ग्लोबल सेंट्रल बैंक का रुख शामिल है।बीते साल 28 फीसदी से अधिक रिटर्न सोने ने पिछले साल 28 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है। इसकी वजह यह है कि कोरोना वायरस संकट के बीच निवेशकों ने सोने में निवेश किया। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों और इसके नतीजों को लेकर अनिश्चितता से भी निवेशकों ने सोने का रुख किया। जो बाइडेन अमेरिका का राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं और इसके साथ ही चुनावों की अनिश्चितता खत्म हो गई है। इससे सोने की कीमतों में गिरावट आई और इसका रेट 48000 से 49000 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया।
Source: Navbharat Times January 01, 2021 11:46 UTC