गुरुवार को हुई बारिश और ओलावृष्टि से नुकसान की संभावनाएनबीटी न्यूज, मोदीनगर/ मुरादनगर/ हापुड़/लोनी : क्षेत्र में गुरुवार को हुई ओलावृष्टि से गेहूं, मटर, सरसों, आलू और मसूर की फसल को भारी नुकसान पहुंचा। इससे किसान मायूस हैं। एसडीएम और तहसीलदार का कहना है कि सभी लेखपालों को फसलों के नुकसान की जांच का निर्देश दिया। साथ ही इसकी रिपोर्ट भी मांगी है। हालांकि किसान बारिश को सोना बता रहे हैं।कम होगा नुकसानकृषि अधिकारी रणविजय सिंह ने बताया कि जिले में बारिश और ओले बहुत ज्यादा नहीं गिरे हैं। इस वजह से खेतों में बहुत ज्यादा पानी नहीं भरा है, जो थोड़ा बहुत पानी है वह जल्द ही सूख जाएगा। सरसों की फसल अधिकतर पक चुकी थी। इसलिए बारिश और ओले से करीब 30 से 35 प्रतिशत नुकसान हो सकता है। बारिश से गेहूं की फसल को फायदा है। ओले गिरने से कुछ पौधों के गिरने के मामूली नुकसान हो सकता है।क्या कहते हैं किसानमुरादनगर के सरना गांव निवासी कृषक योगेश त्यागी का कहना है कि ओलावृष्टि से सबसे ज्यादा नुकसान सरसों, मटर और मसूर की फसल को पहुंचा है। सुलतानपुर गांव निवासी टेमपाल सिंह का कहना है कि ओलावृष्टि से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।मोदीनगर के निवाड़ी निवासी नरेंद्र ने बताया कि बरसात से आम की फसल को कोई नुकसान नहीं है, लेकिन सब्जी की खेती करने वाले किसानों की परेशानी बढ़ सकती है। गन्ने की फसल तेज हवा और बरसात के कारण लेट गई है। एसडीएम पवन अग्रवाल ने बताया कि तहसीलदार को आदेश दिया गया है कि तहसील क्षेत्र के 131 गांवों में ओलावृष्टि से हुए नुकसान रिपोर्ट मंगवाई जाए।बारिश से फायदालोनी के मंडोला निवासी राजीव त्यागी ने बताया कि बारिश से किसानों को फायदा हुआ है। अब किसान को करीब एक महीना पानी लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्षेत्र में ओले कम गिरे हैं, फिर भी फसलों के लिए नुकसानदेह है। हवा चलने से कुछ फसलें गिर गई हैं।वर्जनबारिश के साथ ओलावृष्टि से हुए नुकसान की रिपोर्ट मोदीनगर, लोनी और सदर एसडीएम से मांगी गई। गेंहू और सरसों आदि फसलों को कोई खास नुकसान होना नहीं बताया गया है। मसूरी थाना क्षेत्र में दीवार गिरने से जगदीश की मौत हुई है। वह गोरखपुर के रहने वाले है। इसके लिए एसडीएम सदर विवेक मिश्रा ने गोरखपुर प्रशासन को मदद के लिए लिखा है। -सुनील कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी, गाजियाबाद
Source: Navbharat Times February 09, 2019 02:26 UTC