लेकिन गुलाम नबी आजाद का मानना है कि पार्टी की पहली प्राथमिकता एनडीए को सत्ता में आने से रोकना है. हां अगर कंसेसस कांग्रेस के नाम पर बनता है तो कांग्रेस लीडरशिप लेगी. आपको बता दें कि राहुल गांधी की उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस के कई सहयोगी दल जहां खुल कर सामने आए हैं वहीं कुछ खुल कर कहने से बचते भी रहे हैं. डीएमके, जनता दल सेक्यूलर, आरजेडी और आरएलएसपी कह चुके हैं कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनना चाहिए. क्या मोदी को रोकने के लिए कांग्रेस इस बार सरकार में जूनियर पार्टिनर बनने को भी तैयार होगी?
Source: NDTV May 16, 2019 21:45 UTC