General Bipin Rawat says India has Military option on table if talks with china fail - News Summed Up

General Bipin Rawat says India has Military option on table if talks with china fail


भारत-चीन सीमा विवाद पर CDS रावत का बड़ा बयान- बातचीत फेल हुई तो सैन्य कार्रवाई पर विचारनई दिल्ली, एएनआइ। चीफ आफ डिफेंस स्‍टाफ जनरल बिपिन (CDS General Bipin Rawat) रावत ने सोमवार को भारत-चीन सीमा विवाद (India-China Standoff) को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) को लेकर चीन के साथ बातचीत असफल रहती है तो सैन्य विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच अप्रैल-मई से ही फिंगर एरिया, गलवन घाटी, हॉट स्प्रिंग्स और कुंगरंग नाला सहित कई क्षेत्रों को लेकर गतिरोध चल रहा है।सीडीएस रावत ने कहा, 'लद्दाख में चीनी सेना द्वारा किए गए अतिक्रमण से निपटने के लिए सैन्य विकल्प खुले हुए हैं, लेकिन इसका उपयोग केवल तभी किया जाएगा, जब दोनों देशों के बीच सैन्य और राजनयिक स्तर पर चल रही बातचीत फेल हो जाती है।' हालांकि, उन्होंने उन सैन्य विकल्पों पर ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया।The military option to deal with transgressions by the Chinese Army in Ladakh is on but it will be exercised only if talks at the military and the diplomatic level fail: General Bipin Rawat, Chief of Defence Staff on the ongoing dispute between India and China in Eastern Ladakh pic.twitter.com/YT6hxzReP5 — ANI (@ANI) August 24, 2020नहीं निकला कोई रास्ताविवाद सुलझाने के लिए दोनों पक्षों के बीच पिछले तीन महीनों में कई बाद कूटनीतिक और सैन्य वार्ताएं हो चुकी हैं, जिसमें पांच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की वार्ता भी शामिल हैं, लेकिन अभी तक विवाद सुलझाने की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई है।एलएसी पर बदलाव मंजूर नहींभारतीय सेना चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को यह बात स्पष्ट रूप से बता चुकी है कि एलएसी पर किसी भी तरह का बदलाव उसे मंजूर नहीं है। चीन को फिंगर एरिया खाली कर अप्रैल वाली अपनी मूल स्थिति पर लौटना होगा, लेकिन चीन फिंगर इलाका छोड़ने को तैयार नहीं है। चीन की किसी भी चालबाजियों से निपटने के लिए भारत ने भी अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर ली है। सैन्य कमांडरों ने एलएसी पर मौजूद कमांडिंग अफसरों से किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार रहने के लिए कह दिया है।हिंसक झड़प के बाद से हालात तनावपूर्ण15 जून को दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद से ही हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे, जबकि चीन की ओर से भी 40 से अधिक सैनिक हताहत हुए थे। हालांकि, चीन ने कभी भी इस बात को स्वीकार नहीं किया। गलवन घाटी के कुछ हिस्सों से चीनी सैनिकों ने कुछ ढांचा और सामान पीछे किया था, लेकिन उसके बाद मामला जस का तस है।यह भी देखें: सीमा विवाद पर बोले CDS चीन से फेल हुई बातचीत तो सैन्य विकल्प मौजूदPosted By: Manish Pandeyडाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस


Source: Dainik Jagran August 24, 2020 04:28 UTC



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