कौन सी है ये फ्रॉड वेबसाइट? और अगर चेक हो सकता है तो उसे पकड़ा क्यों नहीं जा सकता? क्या उसे अपने यूजर्स के हितों की कोई परवाह नहीं है? अगर ऐसा हो रहा है तो साइबर सेल समेत देश की तमाम एजेंसियां ऐसी वेबसाइट और यहां तक कि फेसबुक पर लगाम क्यों नहीं कस रही हैं? ऐसी शिकायतें होने के बावजूद उस खाते के मालिक को क्यों नहीं पकड़ा जा रहा है, जहां ट्रांसफर होकर पैसे पहुंचते हैं?
Source: Navbharat Times May 18, 2021 06:56 UTC