media wrongly labels sp mla nitin aggarwal who distributed liquor to minors...दावाबीते रविवार उत्तर प्रदेश के हरदोई में समाजवादी पार्टी के विधायक नितिन अग्रवाल के एक कार्यक्रम के दौरान नाबालिगों को लंच पैकेट के अंदर शराब दी गई। हालांकि, कई मीडिया हाउसों ने इस मामले की रिपोर्ट लिखते समय नितिन को बीजेपी का नेता बताया।कुछ न्यूज वेबसाइटों ने नितिन को बीजेपी नेता नरेश अग्रवाल का बेटा बताया तो वहीं कुछ वेबसाइटों ने यह बताना जरूरी नहीं समझा कि नितिन अग्रवाल समाजवादी पार्टी के विधायक हैं।सच क्या है? पिता-पुत्र (नरेश और नितिन अग्रवाल) दोनों ने हरदोई के श्रवण देवी मंदिर में पासी सम्मेलन का आयोजन किया था।यहां मौजूद लोग उस वक्त हैरान रह गए जब उन्हें मिले खाने के पैकेटों में पूरी-सब्जी के साथ शराब की बोतल दिखी।शराब के साथ दिए जाने वाले यही खाने के पैकेट नाबालिगों को भी दे दिए गए। इनमें से एक बच्चे ने बताया कि यह बोतल उसे नितिन ने दी है।नरेश अग्रवाल पहले समाजवादी पार्टी के नेता थे लेकिन पार्टी द्वारा उनकी जगह राज्यसभा सांसद के उम्मीदवार के तौर पर जया बच्च को चुनने से नाराज होकर उन्होंने 12 मार्च 2018 को बीजेपी जॉइन कर ली थी।ऐसा माना जाता है कि राज्यसभा की सदस्यता के लिए अपने पिता का समर्थन करने के लिए नितिन ने बीजेपी को वोट दिया था। नरेश ने बाद में यह भी बयान दिया था कि उनके बेटे बीजेपी में शामिल होंगे और उसके लिए वोट करेंगे। हालांकि, तकनीकी तौर पर नितिन अभी भी हरदोई से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं।कैसे की पड़ताल? दल-बदल कानून के तहत, अगर कोई मौजूदा विधायक स्वेच्छा से अपनी पार्टी से इस्तीफा देकर दूसरी पार्टी में शामिल होता है तो उसकी विधानसभा सदस्यता खुद-ब-खुद निरस्त हो जाती है। इसके बाद उस क्षेत्र में दोबारा चुनाव कराया जाता है।इस तरह के दल बदल के लिए विधायक को अपना इस्तीफा विधानसभा स्पीकर को सौंपना पड़ता है।यूपी विधानसभा की आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद विधायकों की जानकारी के मुताबिक, नितिन अग्रवाल अभी भी समाजवादी पार्टी का हिस्सा हैं।निष्कर्षटाइम्स फैक्ट चेक यह पुष्टि करता है कि नितिन अग्रवाल के बीजेपी विधायक होने का दावा तथ्यात्मक रूप से गलत है। वह अभी भी समाजवादी पार्टी के सदस्य हैं।
Source: Navbharat Times January 08, 2019 15:27 UTC