अप्रैल में वोडाफोन ने कंपनी में 1,530 करोड़ रुपए का निवेश किया थामई में कंपनी का शेयर दोगुना से ज्यादा बढ़ कर 11 रुपए के पार चला गया थादैनिक भास्कर Jun 11, 2020, 06:30 PM ISTमुंबई. टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि उसके पास सैलरी देने के लिए पैसे नहीं हैं। कंपनी एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) मामले में कोर्ट में पहुंची थी। सुनवाई 18 जून तक के लिए स्थगित कर दी गई। इस खबर के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर वोडाफोन का शेयर 13.22 प्रतिशत टूटकर 9.39 रुपए पर बंद हुआ। कंपनी का शेयर कल भी टूटकर बंद हुआ था।कंपनी ने कोई भी बैंक गारंटी देने में असमर्थता जताईकोर्ट ने वोडाफोन आइडिया सहित टेलीकॉम ऑपरेटर से कहा कि वे बकाया राशि को देने के लिए पांच दिन में हलफनामा दायर करें। वोडाफोन आइडिया ने कोर्ट को बताया कि बकाया राशि बहुत बड़ी है। वह 3-4 दिन में हलफनामा दाखिल नहीं कर पाएगी। कंपनी ने कहा कि उसके पास कर्मचारियों को सैलरी देने और खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त पैसे भी नहीं हैं। कंपनी ने कोई भी बैंक गारंटी देने में असमर्थता भी जताई।वोडाफोन आइडिया पर 53,000 करोड़ रुपए बकायासरकार के अनुसार वोडाफोन आइडिया पर 53,000 करोड़ रुपए बकाया है। इसमें मूलधन के साथ ब्याज और पेनाल्टी शामिल है। अक्टूबर 2019 के बाद से वोडाफोन आइडिया संकट में आया है। नवंबर 2019 में वोडाफोन ने भारतीय ऑपरेशन की बुक वैल्यू को राइट ऑफ किया। इसके सीईओ ने लिक्विडेशन की बात कही। कंपनी ने एक दिसंबर, 2019 से टैरिफ में वृद्धि भी कर दी।फरवरी में कंपनी को 6,453 करोड़ रुपए का घाटा हुआ थाटेलीकॉम कंपनियों की मुश्किलें तब बढ़ीं जब कोर्ट ने ब्याज, पेनाल्टी की राहत वाली मांग को खारिज कर दिया। फरवरी 2020 में कंपनी ने तीसरी तिमाही में 6,453 करोड़ रुपए का घाटा बताया। अप्रैल महीने में वोडाफोन समूह ने 1,530 करोड़ रुपए वोडाफोन आइडिया में डाला। हालांकि मई में गूगल के निवेश की खबर के बाद इसका शेयर अब तक दोगुना से ज्यादा बढ़ चुका है।
Source: Dainik Bhaskar June 11, 2020 12:00 UTC