22 अक्टूबर 2019 को सौंपी गई रिपोर्ट को आरबीआई ने सार्वजनिक नहीं किया थाएटीएम से नकद निकासी में कमी लाने के लिए चार्ज लगाने की सिफारिश की गई थीदैनिक भास्कर Jun 19, 2020, 01:50 PM ISTनई दिल्ली. वर्ष 2019 में एटीएम फीस पर बनी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की एक कमेटी ने 5 हजार रुपए से ज्यादा की कैश निकासी पर चार्ज लगाने की सिफारिश की थी। आरटीआई के जरिए मिली आरबीआई की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।आईबीए के तत्कालीन चीफ थे आरबीआई कमेटी के मुखियाआरबीआई की इस कमेटी के मुखिया इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) के तत्कालीन चीफ एक्जीक्यूटिव वीजी कन्नन थे। कमेटी ने यह रिपोर्ट 22 अक्टूबर 2019 को आरबीआई को सौंप दी थी। लेकिन यह रिपोर्ट कभी जारी नहीं की गई। इस रिपोर्ट में एटीएम से नकद निकासी में कमी लाने के लिए 5000 रुपए से ज्यादा की निकासी पर चार्ज लगाने की सिफारिश की गई थी।पीआईओ ने खारिज कर दी थी आरटीआईलाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, आरटीआई कार्यकर्ता श्रीकांत एल की याचिका को आरबीआई के पब्लिक इन्फोर्मेशन ऑफिसर (पीआईओ) ने खारिज कर दिया था। इसके बाद श्रीकांत ने अपीलेट प्राधिकरण में याचिका दाखिल की। अपीलेट प्राधिकरण के आदेश पर आरबीआई ने कमेटी की यह रिपोर्ट उपलब्ध कराई।रिपोर्ट की खास बातें
Source: Dainik Bhaskar June 19, 2020 08:03 UTC