दिल्ली कांग्रेस में गुटबाजी जोरों परप्रदेश कांग्रेस में एक तरफ संगठन को बदलने की तैयारी चल रही है तो दूसरी तरफ पार्टी के अंदर इस फैसले पर गतिरोध जारी है। ब्लॉक कमिटी को भंग करने के बाद प्रदेश कांग्रेस नए सिरे से इसके गठन को लेकर काम शुरू कर चुकी है। इसी बीच कांग्रेस का यह भी कहना है कि जिन ब्लॉक अध्यक्षों ने लोकसभा चुनाव के दौरान अच्छा काम किया है उन्हें फिर से यह पद दिया जा सकता है। यह ब्लॉक ऑब्जर्वर्स की रिपोर्ट के आधार पर ही तय होगा। प्रदेश प्रवक्ता जितेंद्र कोचर ने कहा कि हमारा मकसद संगठन को मजबूत करना है, अगर किसी ने अच्छा काम किया है तो निश्चित रूप से उन्हें फिर से मौका दिया जाएगा।प्रदेश कांग्रेस में तनातनी के बीच सूत्रों का कहना है कि पार्टी के अंदर संगठन नाम की कोई चीज नहीं बची है। आज हालात ऐसे हैं कि प्रदर्शन और रैली में कांग्रेस के दो-चार हजार लोग भी नहीं पहुंचते, यह नाकामी नहीं तो और क्या है? संगठन की बात पर प्रदेश के एक नेता ने बताया कि 272 वॉर्डों में निगम का चुनाव लड़ चुके नेता, 280 ब्लॉक अध्यक्ष, 70 विधानसभा एरिया में चुनाव लड़ चुके प्रत्याशी, लोकसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार रहे चुके 7 नेताओं को मिला दें तो यह संख्या 629 हो जाती हैं। इसके अलावा यूथ कांग्रेस, सेवा दल, महिला कांग्रेस जैसी फ्रंटल टीम है। साथ में 15 अलग-अलग सेल हैं। बावजूद कांग्रेस के प्रदर्शन में पांच हजार लोग नहीं होते हैं, हमें भीड़ जुटाने के लिए गाड़ियां भेजनी होती है। इतनी संख्या में नेता और अधिकारी हैं, लेकिन सब के सब मठाधिकारी बने हुए हैं।सूत्रों का कहना है कि अगर इतनी संख्या में संगठन के लोग एक साथ ऐक्टिव हो जाएं तो किसी भी प्रदर्शन और धरना में लोगों की कमी न रहे। एक-एक नेता 5 लोग भी लेकर आएंगे तो कांग्रेस के प्रदर्शन में 5 हजार से ज्यादा लोग होंगे, लेकिन आज ऐसा है नहीं। यही वजह है कि ऐसे लोगों को संगठन में शामिल करने की कोशिश की जा रही है कि जो पार्टी को समय दे सकें, जमीन पर काम कर सकें।मंगलवार को ब्लॉक ऑब्जर्वर की बैठक के बाद कोचर ने कहा कि इन सभी को अपने इलाके से ब्लॉक प्रेजिडेंट के नाम भेजने को कहा गया है। इसके लिए ये लोग इलाके के छोटे बड़े हर नेता, पूर्व सांसद, पूर्व एमएलए, पूर्व पार्षद आदि से बात करके नाम सुझाएंगे। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे नाम आते जाएंगे हम वैसे-वैसे ब्लॉक अध्यक्ष के नामों की घोषणा करते जाएंगे। कोचर ने कहा कि इस प्रक्रिया में ज्यादा से ज्यादा 10 से 12 दिन का समय लगेगा।
Source: Navbharat Times July 17, 2019 02:40 UTC