पिछले 48 घंटे में मानसून की 40% बारिश होने से शहर में हालात बिगड़े, राज्य में अब तक 29 मौतेंवायुसेना के दो हेलिकॉप्टर रेस्क्यू में जुटे, कोल इंडिया से पानी निकालने वाले पंप मांगे गएDainik Bhaskar Sep 30, 2019, 06:03 PM ISTपटना. बिहार के कई इलाकों में पिछले चार दिन से तेज बारिश हो रही है। राज्य में बाढ़-बारिश से जुड़े हादसों में अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी पटना के 80% घरों में पानी घुस गया है। प्रशासन ने मंगलवार तक स्कूल-कॉलेज की छुट्टी कर दी है। रेस्क्यू ऑपरेशन में वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर भी जुटे हैं। राज्य के उपमुख्यमंत्री को 3 दिन बाद उनके घर से निकाला गया, वे शुक्रवार रात से वहां फसे थे। उधर, मौसम विभाग ने बताया कि पटना समेत राज्य के कई इलाकों में सोमवार को तेज बारिश हो सकती है।मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के सक्रिय होने के साथ ही साइक्लोनिक सर्कुलेशन बंगाल की खाड़ी में बना हुआ है, जिससे भारी बारिश की आशंका जताई जा रही है। इसका असर पूरे बिहार में देखने को मिल रहा है। 14 जिलों को रेड कैटेगरी में रखा गया है। इनमें सुपौल, अररिया, किशनगंज, बांका, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, दरभंगा, भागलपुर, खगड़िया, कटिहार, वैशाली और मुंगेर शामिल हैं।पटना में बिजली और पानी को तरसे लोगपटना में जल कर्फ्यू जैसी स्थिति है। राजधानी के 80% घरों में पानी घुस गया है। यहीं नहीं राजेंद्र नगर समेत कई इलाकों में 36 घंटे से बिजली-पीने का पानी तक नहीं है। राजधानी में मानसून की 40% बारिश शनिवार शाम से रविवार शाम तक 48 घंटे में ही हुई। पटना के निकट की चारों नदियां सोन, गंगा, गंडक और पुनपुन खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई हैं। इससे भी लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पुनपुन नदी से सतर्क रहें, हालात बिगड़ सकते हैं।राज्य सरकार ने पटना से पानी निकालने के लिए कोल इंडिया से दो डीवाटरिंग पंप की मांग की है। साथ ही आबादी को निकालने और उनके बीच फूड पैकेट का वितरण करने के लिए एयरफोर्स से दो हेलिकॉप्टर की मांग की है।आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि सोमवार को पंप और चॉपर आ जाएंगे। डीवाटरिंग पंप का इस्तेमाल कोयला खदानों से पानी निकालने में होता है।बिहार में अब केवल 2% बारिश की कमी रह गईबिहार में अब सामान्य से केवल 2% कम बारिश रह गई है। तीन दिन दिनों पहले बिहार में सामान्य से कम बारिश का आंकड़ा 15% था। पटना में शनिवार तक सामान्य से अब भी 14% कम बारिश हुई है, जो तीन दिन पहले 33% की कमी थी। पटना में इस सीजन में शनिवार तक 785 मिमी बारिश हुई है। इसमें पिछले दिनों में राजधानी में 313 मिमी बारिश हुई। यानी 72 घंटे में करीब 40% बारिश हुई। बिहार में अब तक 989.4 मिमी बारिश हुई। इनमें पिछले तीन दिनों में 137 मिमी बारिश दर्ज की गई। यानी 72 घंटे में 14% पानी गिरा।11 जिलों में रेड अलर्ट: सुपौल, अररिया, किशनगंज, बांका, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, भागलपुर, खगड़िया, मुंगेर कटिहार, जिले को रेड अलर्ट किया गया है। इन 11 जिलों में 210 एमएम बारिश की उम्मीद।7 जिलों में ऑरेंज अलर्ट: सोमवार को दरभंगा, समस्तीपुर, बेगूसराय, भोजपुर, बक्सर, जमुई व लखीसराय को औरेंज अलर्ट किया गया है। इन 7 जिलों में 120 से 200 एमएम वर्षा की उम्मीद है।6 जिलों में यलो अलर्ट: सोमवार को पटना, जहानाबाद, अरवल, बक्सर, नालंदा व भोजपुर जिले को यलो अलर्ट किया गया है। इन 6 जिलों में 70 से 110 एमएम बारिश होने की उम्मीद है।
Source: Dainik Bhaskar September 30, 2019 04:29 UTC