बाबा सिद्दीकी की हत्या के तुरंत बाद स्थानीय लोगों एवं पुलिस द्वारा दबोचे गए दो में से एक आरोपित गुरमेल सिंह को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने अदालत में बताया कि चूंकि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं इसलिए वह राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के नजरिये से मामले की जांच करना चाहती है। पुलिस कारोबारी प्रतिद्वंदिता के पहलू से भी हत्याकांड की जांच करेगी।जागरण टीम, नई दिल्ली। मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी-अजित गुट) के नेता व पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में गिरफ्तार हरियाणा के गुरमेल के खिलाफ हत्या समेत तीन मामले दर्ज हैं, जबकि पकड़े गए दूसरे शूटर धर्मराज कश्यप और फरार शिवानंद उर्फ शिवकुमार गौतम का कोई आपराधिक इतिहास सामने नहीं आया है। अंडरवर्ल्ड कनेक्शन की हो रही जांच मुंबई पुलिस, एसटीएफ और एटीएस की टीमों ने बहराइच में डेरा डाल दिया है। पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि धर्मराज और शिवानंद अंडरवर्ल्ड के किसी बड़े गिरोह से तो नहीं जुड़े हैं? शिवानंद के उज्जैन में होने की आशंका पर मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम रविवार को पहुंची और स्थानीय पुलिस की मदद से स्टेशन, देवासगेट, महाकाल मंदिर के आसपास स्थित होटल, लॉज, धर्मशालाओं में तलाशी अभियान चलाया।धर्मराज की उम्र को लेकर विवाद धर्मराज कश्यप व शिवानंद बहराइच के कैसरगंज क्षेत्र के गंडारा गांव के निवासी हैं। उनके परिवारीजन का कहना है कि कुछ महीने पहले ही वे काम के लिए पुणे गए थे। इस हत्याकांड में उनका नाम आने से स्वजन भी हतप्रभ हैं। धर्मराज की उम्र को लेकर भी साक्ष्य तलाशे जा रहे हैं, क्योंकि उसके नाबालिग होने की बात सामने आई थी। वह पांचवीं तक पढ़ा है।
Source: Dainik Jagran October 13, 2024 21:50 UTC