रायटर, वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के ऊर्जा दूत और वैश्विक बुनियादी ढांचे के सलाहकार एमोस होचस्टीन ने मंगलवार को बताया कि अमेरिका कम कीमतों पर रूसी दिलाने के लिए बातचीत करने में भारत की मदद करने की कोशिश कर रहा है।गत माह मास्को द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के दो वर्ष पूरे होने पर वाशिंगटन ने रूस के प्रमुख टैंकर समूह सोवकाम्फ्लोट पर प्रतिबंध लगाए थे। इससे रूस से तेल के सबसे बड़े खरीदार भारत के समक्ष संकट खड़ा हो गया।भारतीयों को बेहतर कीमतों पर बातचीत करने की कोशिशहोचस्टीन ने एक सम्मेलन से इतर कहा कि मेरा लक्ष्य इसे बाजार से हटाना नहीं है। मैं इन टैंकरों, क्रूड और उत्पाद को बाजार से बाहर लेने के बारे में नहीं सोच रहा हूं। मैं टैंकरो को अलग दिशा में ले जाने के लिए मजबूर कर भारतीयों को बेहतर कीमतों पर बातचीत करने की कोशिश कर रहा हूं। मुझे लगता है कि भारतीय समझते हैं कि हम क्या करने की कोशिश कर रहे हैं। दुनिया के शीर्ष ऊर्जा उत्पादक रूस पर पश्चिमी प्रतिबंधों ने वैश्विक तेल बाजार को स्थानांतरित कर दिया। इस कारण रूस को यूरोप में पारंपरिक ग्राहकों से दूर भारत और चीन में नए ग्राहकों को तेल बेचने पर मजबूत होना पड़ा।यह भी पढ़ें- Asif Ali Zardari: पाकिस्तान की आर्थिक तंगी से परेशान हुए नए राष्ट्रपति जरदारी, वेतन नहीं लेने का किया फैसला
Source: Dainik Jagran March 13, 2024 05:25 UTC