प्रदूषण के बीच भी पार्क में ज़िंदगी जारीपार्क में दौड़ते, टहलते, योग करते और खिलखिलाते लोग यह सवाल छोड़ जाते हैं कि क्या लोग प्रदूषण की गंभीरता को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं या फिर इसे स्वीकार कर जीने का रास्ता चुन चुके हैं. सभी का एक ही कहना था कि सुबह का ये मिलना-जुलना उनकी रोज़ की “खुराक” है, इसके बिना दिन अधूरा लगता है. बड़ी संख्या में महिलाएं भी पार्क में टहलती और एक्सरसाइज करती दिखीं. मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकताज़्यादातर लोगों का मानना है कि कोरोना काल में घरों में बंद रहकर उन्होंने मानसिक परेशानियों का जो दौर झेला, उससे उन्होंने सबक लिया. ज़िंदगी को थामे रखने की जद्दोजहददिल्ली की हवा भले ही सांस लेना मुश्किल बना रही हो, लेकिन पार्कों में लोग यह संदेश देते दिखे कि ज़िंदगी को थामे रखने की कोशिश अभी भी जारी है, चाहे AQI कितना ही क्यों न बढ़ जाए.
Source: NDTV December 21, 2025 15:49 UTC