Hindi NewsLocalChandigarhAAP MP Said – CM Captain Amarinder Singh Is Responsible For The Death Due To Financial Constraints Due To Corona, Lockdown And UnemploymentAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐपAAP का राज्य सरकार पर हमला: भगवंत मान ने कहा- कोरोना, लॉकडाउन और आर्थिक तंगी कारण हुई मौत के लिए CM कैप्टन अमरिंदर सिंह जिम्मेदारचंडीगढ़ 14 घंटे पहलेकॉपी लिंकमंगलवार को पार्टी के मुख्य दफ्तर में भगवंत मान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।AAP पंजाब प्रधान और सांसद भगवंत मान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण फैलने के बाद कैप्टन सरकार ने राज्य में लगाया गया लॉकडाउन आम लोगों की जान ले रहा है। पंजाब के लोगों को बेसहारा छोड़ कर कैप्टन सरकार खुद पहाड़ों में सो रही है और लोगों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने दोष लगाया कि कोरोना, तालाबन्दी और बेरोजगारी के कारण पैदा हुई आर्थिक तंग के कारण हुई मौत के लिए CM कैप्टन अमरिंदर सिंह जिम्मेदार हैं।मंगलवार को पार्टी के मुख्य दफ्तर से जारी बयान में भगवंत मान ने कहा कि प्रदेश में फैली कोरोना महामारी भले ही प्राकृतिक आफत है, परन्तु महामारी और आफ़त के कारण हुए बुरे हालात से निपटने की जिम्मेदारी प्रदेश की सत्ताधारी कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की है। उन्होंने दोष लगाया कि कैप्टन सरकार कोरोना महामारी और इसके कारण पैदा हुए बुरे हालात में प्रदेश वासियों की सुरक्षा करने में नाकाम सिद्ध हुई है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपना सारा जोर तालाबन्दी लागू करने और लोगों के साथ मारपीट करने पर ही लगाए रखा है।भगवंत मान ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने कोरोना महामारी के दौर में प्रदेश वासियों की कोई मदद नहीं की। उन्होंने बताया कि संगरूर में एक परिवार की तीन पीढ़ियां खत्म हो गई और लुधियाना में जिम का कारोबार बंद होने के कारण परेशान कारोबारी नौजवान ने अपनी जीवन लीला खत्म कर ली। कैप्टन की तरफ से तालाबन्दी के कारण व्यापार बंद हो कर रह गए, परन्तु दुकानों और अन्य स्थानों के किराए, खर्च किए और बिजली के बिल उसी तरह चल रहे हैं।मान ने पंजाब सरकार से मांग की है कि प्रदेश के कारोबारियों को अपने-अपने काम करने की इजाजत दी जाए और बिजली बिल और अन्य बिलों समेत कर्ज की किश्तों में राहत दी जाए, जिससे तालाबन्दी के कारण बर्बाद हुए कारोबारी अपने पैरों पर खड़े हो सकें। उन्होंने यह भी मांग की है कि गांव-शहर में रहते दैनिक वेतन वाले गरीब परिवारों और कोरोना के कारण बेसहारा हुए परिवारों को आर्थिक मदद भी दी जाये।
Source: Dainik Bhaskar June 01, 2021 11:42 UTC