प्रयागराज पुलिस ने डेढ़ महीने से फरार चल रहे 400 करोड़ की ठगी के आरोपी अभिषेक द्विवेदी को गिरफ्तार कर लिया। अभी उसकी पत्नी निहारिका फरार है। शनिवार रात हरियाणा के पानीपत से गिरफ्तार निहारिका वेंचर्स के एमडी और उसके साथी ने कई राज खोले हैं।. गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में निवेशक शिवकुटी थाने पहुंच गए। पुलिस आरोपी को लेकर कोर्ट पहुंची तो निवेशक वहां भी पहुंच गए। कोर्ट ने आरोपी को जेल भेज दिया।पुलिस की माने तो इन्वेस्टमेंट कंपनी चला रहे पति-पत्नी ने प्रयागराज के कई बड़े वकीलों और डॉक्टरों के करीब 15-15 करोड़ रुपए इन्वेस्ट करवा रखे हैं।एक लाख पर 7 हजार रुपए महीना देता था ब्याजएक लाख पर सात हजार रुपए प्रतिमाह देने का वादा कर अभिषेक प्रयागराज समेत कई शहरों के कारोबारियों, वकीलों, डॉक्टरों, अधिकारियों को कंपनी से जोड़कर उन्हें लाभ देने लगा था।फरार होने से पहले अभिषेक ने लोगों को करोड़ों रुपए के चेक दिए थे। हालांकि बहुत सारे चेक बाउंस हो गए। रसूखदार लोगों के करोड़ों रुपए डूबने से खलबली मची है। मामला हाईकोर्ट में भी पहुंच गया है।निहारिका वेंचर्स के एमडी अभिषेक द्विवेदी (बाएं से तीसरा व्यक्ति) और टीकम चंद्र को प्रयागराज पुलिस ने पानीपत से गिरफ्तार किया है।अब जानिए आरोपी तक कैसे पहुंची पुलिस...बस्ती की महिला ने कथित बाबा से मिलवायापुलिस ने बताया- अभिषेक पर निवेशकों का दबाव पड़ने लगा तो वह फैजाबाद भाग गया। वहां से छह जून को केस दर्ज होने की जानकारी हुई तो वह बस्ती में राजनीतिक दल से जुड़ी महिला ज्योति पांडेय के घर पहुंचा। तो वह एक कथित बाबा के पास लेकर पहुंची।वहां बाबा ने उसे टीकम चंद्र जायसवाल से संपर्क कराया। इसके बाद अभिषेक को लेकर टीकम चंद्र कई शहरों में घुमता रहा। कुछ दिन उसने अभिषेक को अपने घर लोनी गाजियाबाद में भी रखा। यहां पर अभिषेक उसी के फोन से कभी-कभी अपने करीबियों से बातचीत करता था। उसने अपने पास फोन नहीं रखा था।जांच में जुटी टीम ने नोएडा में की छापेमारीजांच में जुटी पुलिस टीम को सूचना मिली की अभिषेक नोएडा में छिपा है। पुलिस टीम ने वहां छापेमारी की। लेकिन उससे पहले ही टीकम चंद्र ने अभिषेक को हरियाणा के पानीपत में फ्लैट दिलाकर शिफ्ट करा दिया।सूचना पर पुलिस ने शनिवार देर रात अभिषेक को पानीपत के हैरिटेज लॉन गली नंबर दो करनाल रोड से दबोच लिया। एमडी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब आरोपी निहारिका की तलाश में जुटी है।यह तस्वीर कंपनी के एमडी अभिषेक द्विवेदी की है।बलिया के टीकम चंद्र का नोएडा, गाजियाबाद में मकानएसीपी श्वेताभ पांडेय ने बताया कि अभिषेक के साथ गिरफ्तार टीकम चंद्र मूल रूप से बलिया के उभांव थाना क्षेत्र का रहने वाला है। वह लोनी, गाजियाबाद और दिल्ली के जनकपुरी में रहता है। नोएडा में भी उसने एक फ्लैट खरीद रखा है। वह रियल एस्टेट के कारोबार से जुड़ा है। वह बस्ती निवासी बाबा का काफी करीबी रहा।वह अभिषेक को भगाने के साथ ही उसे सुरक्षा भी देता रहा। ज्योति, बाबा और टीकम चंद्र अभिषेक से हर कदम पर रकम वसूलते रहे। तीनों अभिषेक से लाखों रुपए वसूल चुके हैं।यह अभिषेक की पत्नी निहारिका की तस्वीर है। जिसे पुलिस तलाश रही है।अब बताते हैं अभिषेक और उसकी पत्नी निहारिका के फ्रॉड के बारे में...कंपनी खोल रियल एस्टेट और शेयर के नाम ठगाशिवकुटी थाना क्षेत्र के गोविंदपुर के रहने वाले अभिषेक द्विवेदी ने पत्नी के नाम पर निहारिका वेंचर्स कंपनी खोली थी। सिविल लाइंस समेत दूसरे शहरों में आफिस बनाया। इसमें रियल स्टेट व शेयर बाजार में अच्छा लाभ का लालच देकर लोगों से करीब 400 करोड़ रुपए ठग लिए।रियल स्टेट में रुपए लगाने वालों से कहा गया था कि उन्हें अयोध्या के बक्शी रोड व प्रयागराज के रीवा रोड स्थित गौहनिया में जमीन दी जाएगी। छह जून को एमडी अभिषेक द्विवेदी को उसके पिता डॉ. ओम प्रकाश द्विवेदी ने अपनी संपत्ति से बेदखल कर दिया। जब यह बात लोगों को पता चली तो शिवकुटी थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया।पुलिस ने डॉ. ओम प्रकाश द्विवेदी को 7 जून को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अभिषेक व निहारिका फरार हो गए थे। 2 जुलाई को पुलिस ने निहारिका की मां को भी पकड़कर जेल भेजा गया दिया। शिवकुटी पुलिस व एसओजी लगातार दोनों की तलाश रही थी।अपनी संपत्ति चोरी-छिपे बेच न दे, पुलिस अलर्टएमडी अभिषेक द्विवेदी और उसकी पत्नी निहारिका पर शिकंजा कसने के बाद से पुलिस अलर्ट हो गई है। अभिषेक और निहारिका की करोड़ों की संपत्ति का पुलिस ने पता लगाया है। यह संपत्ति ठगी के रुपए से बनाई गई।ऐसे में फरारी के दौरान एमडी और उसकी पत्नी ने अपनी चल-अचल संपत्ति चोरी-छिपे बेचना न बेच दे, इसे लेकर पुलिस अलर्ट है। प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस ने प्रयागराज के अलावा लखनऊ, दिल्ली, नोएडा, कौशांबी, प्रतापगढ़ जिलों के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचनाएं भेजी हैं।प्रयागराज, लखनऊ, दिल्ली, नोएडा में 14 खाते फ्रीज400 करोड़ की ठगी के मामले में निहारिका वेंचर्स लिमिटेड, एमडी अभिषेक और फरार निहारिका के नामों से खुले 14 खातों को पुलिस ने फ्रीज करा दिया है। ये अकाउंट प्रयागराज, लखनऊ, नोएडा और दिल्ली में हैं।पानीपत में कर रहा था ऐशप्रयागराज पुलिस की तीन टीमें अभिषेक की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही थीं। लोकेशन के बाद ठगी के आरोपी अभिषेक और उसे पनाह देने वाले टीकम चंद्र जायसवाल को भी गया है। अभिषेक पनीपत में एक मकान में फरारी काट रहा था। किराए पर लिए गए मकान में ऐश-ओ-आराम की सारी चीजें मौजूद थीं।दिनभर कार से घूमता था, रात में घर पहुंचता थापूछताछ में अभिषेक ने बताया कि फरारी के दौरान पानीपत के मकान में रात में ही पहुंचता था। वह कोशिश करता था कि दिन भर लग्जरी कार में घूमता रहे। वह दूसरे के नामों वाली आईडी का सिम इस्तेमाल कर रहा था।हमें बचाइए सब सही कर देंगेअभिषेक की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में निवेशक थाने पहुंच गए। पुलिस आरोपियों को लेकर न्यायालय पहुंची तो निवेशक वहां भी डटे रहे। कोर्ट ने आरोपियों को जेल
Source: Dainik Bhaskar July 22, 2024 15:33 UTC