2000 में ₹1000 का चांदी में निवेश आज बन गया ₹26000 से ज्यादा, 2600% का बंपर रिटर्न - News Summed Up

2000 में ₹1000 का चांदी में निवेश आज बन गया ₹26000 से ज्यादा, 2600% का बंपर रिटर्न


संक्षेप: Silver Return: 2000 में अगर आपने ₹1,000 सिल्वर में लगाए होते और आज तक तो आज वो ₹26,455 हो जाते। यानी वैल्यू 26 गुना से ज्यादा बढ़ गई। 2000 में भारत में सिल्वर की औसत कीमत करीब ₹7,900 प्रति किलो थी। आज ये ₹2.16 लाख प्रति किलो के आसपास है, यानी लॉन्ग-टर्म निवेशकों को 2600% से ज्यादा रिटर्न मिला।सोने की चमक में अक्सर चांदी छिप जाती है, लेकिन इस साल चांदी की रफ्तार के आगे सोना भी पानी मांग रहा है। लंबे समय में सिल्वर ने जबरदस्त रिटर्न दिए हैं, पुराने ट्रेंड्स देखकर पता चलता है कि निवेशक इसे शेयरों और बॉन्ड्स से हटकर डायवर्सिफिकेशन के लिए क्यों पसंद करते हैं।LiveHindustan को अपना पसंदीदा Google न्यूज़ सोर्स बनाएं – यहां क्लिक करें।2000 में अगर आपने ₹1,000 सिल्वर में लगाए होते और आज तक तो आज वो ₹26,455 हो जाते। यानी वैल्यू 26 गुना से ज्यादा बढ़ गई। ये दिखाता है कि लंबे समय का निवेश कितना ताकतवर है और सिल्वर वेल्थ की रक्षा कैसे करता है।2000 में भारत में सिल्वर की औसत कीमत करीब ₹7,900 प्रति किलो थी। आज ये ₹2.16 लाख प्रति किलो के आसपास है, यानी लॉन्ग-टर्म निवेशकों को 2600% से ज्यादा रिटर्न मिला।सदी की शुरुआत में सिल्वर को ज्यादातर इंडस्ट्रियल मेटल समझा जाता था, जिसकी डिमांड चक्रवाती होती थी। बहुत कम लोग इसे लंबे समय का वेल्थ क्रिएटर मानते थे, लेकिन सालों ने साबित कर दिया कि ये सोच गलत थी।मार्केट के उतार-चढ़ाव में सिल्वर की ढाल सोने की तरह चांदी भी करीब 40 सालों से अस्थिरता और महंगाई के खिलाफ मजबूत हेज रहा है। इतिहास बताता है कि जब घरेलू शेयर बाजार नेगेटिव रिटर्न दे रहे थे, तब सिल्वर ने जोखिम कम किया।डॉट-कॉम क्रैश, ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस, महामारी की उथल-पुथल और हाल की भू-राजनीतिक परेशानियां। इन सब बूम-बस्ट चक्रों में सिल्वर ने वैल्यू स्टोर की भूमिका निभाई। सोने की तरह सिल्वर भी सेफ-हेवन है, लेकिन इसके और भी बड़े ड्राइवर हैं।AI बूम, डेटा सेंटर्स का निर्माण, क्लीन एनर्जी ट्रांजिशन जैसे फोटोवोल्टैक्स और EVs में ये अहम है। डिफेंस प्रोग्राम्स में भी बढ़ते खर्च के साथ रोल है। 2026 में डिमांड मजबूत रहेगी, रिटेल निवेश भी बढ़ेगा। अक्टूबर से सप्लाई क्राइसिस चल रहा है, अमेरिका ने इसे क्रिटिकल मिनरल घोषित किया।चीन के स्टॉक दशक के निचले स्तर पर हैं, जो कीमतें बढ़ा रहे हैं," यस बैंक की हालिया रिपोर्ट में कहा गया। सिल्वर ने न सिर्फ मुश्किल वक्त में पोर्टफोलियो बचाया, बल्कि लंबे समय में आसमान छूते रिटर्न भी दिए । ये मल्टी-एसेट स्ट्रैटजी में इसकी अहमियत बताता है।चांदी की कीमतें पहुंचीं रिकॉर्ड हाई पर 2025 में सिल्वर ने अभूतपूर्व ऊंचाई छुई, ये सफेद धातु की जबरदस्त वापसी का संकेत है। स्पॉट सिल्वर मंगलवार, 23 दिसंबर को इंट्रा-डे में $70.0055 प्रति औंस तक पहुंचा, पहली बार $70 का आंकड़ा पार किया। US-वेनेजुएला के तनाव, कमजोर डॉलर ने इसे सपोर्ट दिया।भारत में भी रिकॉर्ड। MCX सिल्वर 1.7% चढ़कर ₹2,16,596 प्रति किलो के नए पीक पर। सोना भी साथ चढ़ा, MCX गोल्ड फरवरी फ्यूचर्स 1.1% ऊपर ₹1,38,300 प्रति 10 ग्राम के हाई पर। प्रेशस मेटल्स में व्यापक ताकत।2025 में सिल्वर ने सोने को पीछे छोड़ दिया। इस साल अबतक चांदी 140% उछाली, जबकि सोना 76%। इस रैली ने निवेशकों का ध्यान खींचा।


Source: NDTV December 23, 2025 09:33 UTC



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