संक्षेप: Good News Today: इंफोसिस ने एंट्री लेवल पर ₹21 लाख का वेतन देने का फैसला किया है, जिससे नए इंजीनियरों में उत्साह बढ़ा है। IT सचिव एस कृष्णन ने बताया कि भारत में AI के कारण नौकरियों पर खतरा पश्चिमी देशों की तुलना में कम है।आईटी सेक्टर में नए इंजीनियरों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। सॉफ्टवेयर दिग्गज इंफोसिस ने एंट्री लेवल के वेतन में बड़ा उछाल देते हुए विशेष तकनीकी भूमिकाओं के लिए ₹21 लाख सालाना तक का पैकेज देने करने का फैसला किया है। खबरों के मुताबिक, कंपनी एआई-प्रथम की रणनीति पर तेजी से आगे बढ़ रही है। कंपनी अब डिजिटल क्षेत्र के कौशल को आकर्षित करने के लिए खुलकर दांव खेल रही है। इससे न सिर्फ फ्रेशर्स का मनोबल बढ़ा है, बल्कि पूरे आईटी क्षेत्र में हलचल मच गई है।प्यार से लेकर प्रमोशन तक 2026 का पूरा हाल जानें ✨रिपोर्ट के मुताबिक, अब इन्फोसिस इन तकनीकी कौशल वाले पदों के लिए सालाना सात लाख रुपये से लेकर 21 लाख रुपये तक का पैकेज देने की तैयारी में है। यह वेतन भारत की आईटी कंपनियों में सबसे ज्यादा एंट्री लेवल का वेतन है।रिपोर्ट में बताया गया है कि इन्फोसिस 2025 के इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान स्नातकों के लिए कैंपस से बाहर हायरिंग ड्राइव शुरू करेगी ताकि खास लोगों की जरूरत पूरी हो सके। जिन दों के लिए भर्ती हो रही है, उनमें स्पेशलिस्ट प्रोग्रामर और डिजिटल स्पेशलिस्ट इंजीनियर (ट्रेनी) शामिल हैं। ये पोजीशन बीई, बीटेक, एमई, एमटेक, एमसीए और कंप्यूटर साइंस, आईटी और कुछ सर्किट ब्रांच के लिए खुली हैं।एआई से नौकरियों पर खतरा कम सूचना प्रौद्योगिकी (IT) सचिव एस कृष्णन ने कहा है कि कृत्रिम मेधा (AI) के कारण ज्ञान-आधारित नौकरियों के प्रभावित होने का जोखिम पश्चिमी अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले भारत में कम है। कुल कार्यबल में दफ्तर वाली नौकरियों की अपेक्षाकृत कम हिस्सेदारी और विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग एवं गणित (स्टेम) आधारित रोजगारों का वर्चस्व होने के कारण ऐसा है।
Source: NDTV December 26, 2025 01:34 UTC