इससे नाराज होकर कमलनाथ (Kamal Nath) ने मतदान करने के बाद मीडिया को बताया कि वह इस मामले की जांच कराएंगे कि ऐसा क्यों हुआ. चुनाव पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह सिसोदिया ने बिजली जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि कमलनाथ परिवार सहित जब मतदान के लिए केंद्र पहुंचे थे तब कुछ देर के लिए बिजली गई थी. नवंबर 2018 से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से बारम्बार अघोषित बिजली कटौती हो रही है. कांग्रेस नेताओं का मानना है कि बिजली कंपनी के कुछ कर्मचारियों ने जानबूझकर कांग्रेस के खिलाफ किसी षडयंत्र के तहत ऐसा किया है. सरकार ने शक के दायरे में आने के बाद ऐसे 500 कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की है.
Source: NDTV April 29, 2019 14:26 UTC