खास बातें एशिया के सबसे बड़ा पशु मेले के रूप में है चर्चित हर साल पशुओं की संख्या हो रही है कम एक महीने चलता है मेलाबिहारके सारण और वैशाली जिले की सीमा पर स्थित सोनपुर (Sonpur Mela) में हर साल लगनेवाला सोनपुर पशु मेला यूं तो एशिया के सबसे बड़ा पशु मेले के रूप में चर्चित है, मगर इस बार इस मेले में पशुओं की तादाद ही कम हो गई है और मनोरंजन के साधन व खाने-पीने के चीजों की दुकानें बढ़ गई हैं. मेला आयोजक भी मानते हैं कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के कारण मेले के स्वरूप में ही बदलाव आ गया है. पिछले 30 वर्षो से हर बार सोनपुर पशु मेले में अपने घोड़ों को लेकर आ रहे बगहा के घोड़ा व्यापारी हरिहर सिंह भी मेले में आने वाले पशुओं की कमी से चिंतित हैं. वह कहते हैं कि इस साल घोड़ा बाजार में घोड़ों की वृद्धि जरूर देखी जा रही है, लेकिन बाकी पशुओं की तादाद में कमी आई है.इस साल हरिहर सिंह अपने घोड़े 'चेतक' के साथ लेकर मेले में पहुंचे हैं. इस साल इस मेले का उद्घाटन 21 नवंबर को राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने किया था.
Source: NDTV December 16, 2018 04:18 UTC