Hindi NewsLocalBiharBihar News;Today, RJD MLA Tej Pratap Yadav Will Go To Siwan To Meet Shahabuddin's Son OsamaAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐपसीवान नहीं जा सके तेज प्रताप यादव: बॉडीगार्ड में मिले कोरोना के लक्षण, अब खुद भी कराएंगे टेस्ट, फिर शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा से मिलने का बनेगा प्रोग्रामपटना 3 घंटे पहलेकॉपी लिंकहर रोज कोई ना कोई नेता शहाबुद्दीन के परिवार से सीवान के प्रतापपुर जाकर मिल रहा है। बुधवार को लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को भी सीवान जाना था।पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के घर जाने निकले तेज प्रताप यादव ने अचानक मन बदल लिया। कहा जा रहा है कि उनके बॉडीगार्ड में कोरोना के लक्षण हैं। बॉडीगार्ड ने अपना टेस्ट कराया है, रिपोर्ट का इंतजार है। इसलिए एहतियातन तेज प्रताप यादव ने अपना सीवान जाने का प्रोग्राम कैंसिल कर दिया। अब वो गुरुवार को अपना कोरोना टेस्ट कराएंगे। इसके बाद सीवान जाने का फैसला लेंगे।शहाबुद्दीन परिवार को मनाने की कवायद लगातार जारीRJD परिवार की तरफ से शहाबुद्दीन के परिवार को मनाने की कवायद लगातार जारी है। हर रोज कोई ना कोई नेता शहाबुद्दीन के परिवार से सीवान के प्रतापपुर जाकर मिल रहा है। बुधवार को लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को भी सीवान जाना था। तेज प्रताप ने पटना, छपरा और सीवान प्रशासन से अपने लिए सुरक्षा की मांग की थी।बाहुबली रीतलाल यादव भी गए थे सीवानतेज प्रताप यादव से पहले RJD के कई नेता शहाबुद्दीन के पैतृक आवास सीवान के प्रतापपुर पहुंचकर उनके परिवार से मिल चुके हैं। हाल में बाहुबली विधायक रीतलाल यादव सीवान गए थे। अभी दिवंगत नेता शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब किसी से मिल नहीं रही है। शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा सभी लोगों से मिल रहे हैं।बीच के दिनों में यह चर्चा चलने लगी थी कि कहीं शहाबुद्दीन का परिवार JDU में तो नहीं शामिल हो रहा है, क्योंकि पिछले दिनों JDU के MLC राधाचरण सेठ ने भी ओसामा से मुलाकात की थी। ऐसे में लालू परिवार आनन-फानन में शहाबुद्दीन के परिवार को पूरी तरह से अपना हिस्सा बनाने में जुटा है।शहाबुद्दीन के निधन के बाद से नाराज हैं समर्थककुछ दिन पहले RJD के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का निधन दिल्ली के DDU अस्पताल में कोरोना की वजह से हो गया था। शहाबुद्दीन के निधन के बाद से उनके समर्थकों में लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ नाराजगी देखने को मिल रही थी। शहाबुद्दीन के समर्थक यह मानते हैं कि लालू यादव और उनके परिवार के लोगों ने शहाबुद्दीन को बचाने की कोशिश नहीं की। बाद में जब उनकी मृत्यु हो गई तब भी उन्हें दफनाने में लालू यादव से कोई मदद नहीं मिली। यहां तक शहाबुद्दीन के शव को दिल्ली से सीवान नहीं लाया जा सका। इस बात पर RJD के विधायकों में भी नाराजगी देखने को मिल रही है।
Source: Dainik Bhaskar May 12, 2021 03:54 UTC