सीएम के जन्मदिन पर ​निर्दलीय संयम लोढ़ा ने ली चुटकी: ​​​​​​​गहलोत को बधाई देते हुए लिखा- आपके मांझे से जो पतंगें कटीं, जमीन नसीब नहीं हुई - News Summed Up

सीएम के जन्मदिन पर ​निर्दलीय संयम लोढ़ा ने ली चुटकी: ​​​​​​​गहलोत को बधाई देते हुए लिखा- आपके मांझे से जो पतंगें कटीं, जमीन नसीब नहीं हुई


Hindi NewsLocalRajasthanJaipurWishing Gehlot A Happy Birthday, Sanyam Lodha Wrote The Kites Cut From Your String, The Land Was Not DestinedAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐपसीएम के जन्मदिन पर ​निर्दलीय संयम लोढ़ा ने ली चुटकी: ​​​​​​​गहलोत को बधाई देते हुए लिखा- आपके मांझे से जो पतंगें कटीं, जमीन नसीब नहीं हुईजयपुर एक दिन पहलेकॉपी लिंकसीएम अशोक गहलोत के साथ निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा (फाइल फोटो)मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को 71वें जन्मदिन पर सोमवार को कई नेता और कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर बधाइयां दे रहे हैं। गहलोत समर्थक निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने जन्मदिन की बधाई देते हुए सियासी चुटकी ली है। संयम लोढ़ा ने गहलोत की राजनीतिक विरोधियों को ठिकाने लगाने की स्टाइल का जिक्र करके इशारों में सचिन पायलट खेमे के बागी विधायकों को भी निशाने पर लिया है। लोढ़ा की इस टिप्पणी की सियासी हलकों में खासी चर्चा है।संयम लोढ़ा ने सोशल मीडिया पर लिखा है- आपके हुनर की शृंखला लंबी है, लेकिन चेहरे पर भाव लाए बिना बात को गटक जाना दुर्लभ है। हर एक की मदद के भाव ने आपको लगातार ऊंचा किया हैं। आपके मांझे से जो पतंगें कटीं, जमीन नसीब नहीं हुई। कोई दौर हो, आपने मल्लाह को लहरें पढ़ना सिखा दिया।संयम लोढ़ा इन दिनों हर सप्ताह सोशल मीडिया पर चुटीले अंदाज में पोस्ट करके चर्चा में रह रहे हैं। लोढ़ा इशारों ही इशारों में वह सब कुछ कह रहे हैं, जो सीधे तौर पर कहने में कई कांग्रेसी हिचकते हैं। संयम लोढ़ा, सचिन पायलट खेमे की बगावत के समय प्रचार के मोर्चे पर गहलोत कैंप के हरावल दस्ते में थे। लोढ़ा मंत्री बनने या बड़ी राजनीतिक नियुक्ति के दावेदार भी हैंं।जमीन दिखाने का हुनरसंयम लोढ़ा का गहलोत के लिए यह लिखना कि आपके मांझे से जो पतंगें कटीं, जमीन नसीब नहीं हुईं। सीधे तौर पर गहलोत की राजनीतिक विरोधियों को ठिकाने लगाने की कला पर चुटकी है। इसके साथ ही सचिन पायलट और उनके कैंप के विधायकों पर भी इसे तंज माना जा रहा है, क्याेंकि बगावत के बावजूद वे गहलोत को नहीं हटा पाए थे। जानकारों का मानना है कि 1980 के बाद से लेकर अब तक प्रदेश की राजनीति में गहलोत ने जो तरक्की की है, इसकी बड़ी वजह उनकी सियासी विरोधियों को जमीन दिखाने के हुनर की बड़ी भूमिका है।पिछले तीन दशक में गहलोत की राजनीतिक स्टाइल भी इसी तरफ इशारा करती है। राजस्थान कांग्रेस के बड़े बड़े नेता भी गहलोत के सामने नहीं टिक पाए। गहलोत की इस स्टाइल पर उनके विरोधी खूब आलेाचना भी करते हैं। इस स्टाइल की वजह से पार्टी के भीतर उनके विरोधियों की एक बड़ी कतार है। सचिन पायलट खेमे का पिछले साल जुलाई में की गई बगावत के पीछे भी इसी को बड़ी वजह माना जा रहा है।


Source: Dainik Bhaskar May 03, 2021 07:35 UTC



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