13 सितंबर आसमान में आज सितारों का अनोखा संयोग बना हुआ है। ऐसा माना जा रहा है कि ग्रहों का ऐसा संयोग फिर 400 साल बाद ही बन पाएगा। इस तरह 2020 कई अद्भुत घटनाओं का साक्षी बनने जा रहा है। मई जून के महीने में इसी साल 6 ग्रह वक्री हुए थे। अब 13 और 14 सितंबर को 6 एक अनोखा संयोग बना रहे हैं जिसे बहुत ही शुभ और प्रभावशाली माना जा रहा है।ग्रहों का दुर्लभ संयोग, कैसा बना है जानेंअगर आप आज और कल यानी 13 और 14 सितंबर की कुंडली बनाकर देखेंगे तो पाएंगे कि सभी 6 शक्तिशाली ग्रह अपने ही घर यानी अपनी ही राशि में मौजूद हैं। चंद्रमा कर्क राशि में आकर संचार कर रहे हैं। ग्रहों के राजा सूर्य सिंह राशि में है। ग्रहों के सेनापति मंगल अपनी राशि मेष में है। ग्रहों के गुरु बृहस्पति अपनी राशि धनु में हैं। ग्रहों के राजकुमार बुध भी अपनी ही राशि कन्या में है। इनके अलावा न्यायाधीश ग्रह शनि महाराज मकर में विराजमान हैं।जन्मतिथि से जानिए यह सप्ताह कैसा बीतेगा आपका13 और 14 सितंबर को ग्रहों का अद्भुत संयोगज्योतिषशास्त्र में बताया गया है कि जब ग्रह अपने घर यानी अपनी राशि में होते हैं तो वह बहुत ही मजबूत स्थिति में होते हैं। इसे यूं कहें कि जैसे अपने घर में सभी शेर होते हैं, ग्रहों की भी ठीक ऐसी ही स्थिति होती है। ज्योतिषीय मत है कि इस तरह का संयोग बहुत ही दुर्लभ होता है।6 ग्रह अपनी राशि में क्या होगा परिणामइस संयोग का परिणाम यह हो सकता है कि कोराना संकट से जूझ रही दुनिया में इस महामारी से पीड़ितों की संख्या तेजी से बढ़ती दिखेगी लेकिन जल्दी ही इसका अंत भी हो जाएगा। इतना ही नहीं इन दो दिनों में पैदा हुए बच्चे बड़े ही तेजस्वी और अद्भुत हो सकते हैं। ज्योतिषी गणना कहती है कि इस तरह के महासंयोग में कोई महामानव पैदा होता है जो संसार की दशा और दिशा बदलने की ताकत रखता है। ऐसे में अगले 20 से 25 वर्षों में संसार के सामने कोई अद्भुत व्यक्तित्व आ सकता है।पं. राकेश झाधर्म और ज्योतिष की और भी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
Source: Navbharat Times September 13, 2020 14:19 UTC