पूसा/खानपुर (समस्तीपुर) : भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने केंद्र एवं राज्य सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि यह कोरोना से भी खतरनाक सरकार है। इसको लेकर बिहार की जनता ने इनकी विदाई की तारीख तय कर दी है। पिछले दो चरणों के हुए चुनाव में यह बात सामने आ गई है कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार की नीतीश सरकार और केंद्र सरकार के पास कोई चुनावी मुद्दा नहीं है। वे कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र से महागठबंधन के समर्थित भाकपा माले प्रत्याशी रंजीत राम के पक्ष में बिरौली में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। सात निश्चय योजना को चुनावी मुद्दा बनाया गया जो बिहार में फेल है। अब सात निश्चय योजना पार्ट- 2 बना है। जब पार्ट वन ही धराशायी हो गया तो पार्ट- 2 का क्या होगा, यह सोचने वाली बात है। उन्होंने कहा कि कहीं नल है तो जल नहीं, जल है तो नल नहीं। सड़क है तो जर्जर। इनके कार्यकाल में ही बने और इनके कार्यकाल में ही टूट भी गए। कहा कि नीतीश कुमार 15 वर्षों से बिहार को विशेष दर्जा दिला रहे हैं लेकिन अभी तक अन्य राज्यों की अपेक्षा भी इन्हें राशि प्राप्त नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव रोजगार एवं नौकरी जैसे मुद्दे पर लड़ा जा रहा है। समान काम, समान वेतन भी हमारा मुद्दा है। दीपांकर भट्टाचार्य ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि महामारी के नाम पर वोट मांग रही है, जबकि किसानों के लिए नए कानून बनाकर अब कृषि पर भी अंबानी का कब्जा कराने की तैयारी चल रही है। मौके पर कविता कृष्णन ने कहा कि बिहार के अंदर व्यापक रूप से भ्रष्टाचार ने अपने पैर जमा रखी है, जो विकास का मुख्य रोधक बना हुई है।डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस
Source: Dainik Jagran November 04, 2020 18:33 UTC