"समाज में हिंसा का कारण जीवन की असीमित महत्वाकांक्षाएं : प्रेम बोथरा - News Summed Up

"समाज में हिंसा का कारण जीवन की असीमित महत्वाकांक्षाएं : प्रेम बोथरा


Hindi NewsLocalRajasthanBikaner"The Reason For Violence In Society Is Unlimited Ambitions In Life: Prem Bothra""समाज में हिंसा का कारण जीवन की असीमित महत्वाकांक्षाएं : प्रेम बोथराबीकानेर 19 घंटे पहलेकॉपी लिंकअणुव्रत उद्बोधन सप्ताह में सांप्रदायिक सौहार्द और अहिंसा दिवस मनायाबीकानेर| अणुव्रत समिति, गंगाशहर की ओर से अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के अंतर्गत सांप्रदायिक सौहार्द और अहिंसा दिवस मनाया गया। सोमवार को नैतिकता शक्तिपीठ के पावन प्रांगण में साध्वी शशिरेखा के सानिध्य में संयुक्त रूप से आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के साथ तीन संयोगों की त्रिवेणी भी थी। एक गुरुवेद तुलसी की मासिक पुण्यतिथि, दूसरी महात्मा गांधी का जन्म दिवस, तीसरा लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिवस।कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ. पुष्पा शर्मा और प्रेम बोथरा थी। कार्यक्रम का शुभारंभ मंगल मंत्रोच्चार और राजेंद्र बोथरा द्वारा "मिनख मिनख में भेदभाव री रेख अरे मत खींचो" भावों के हृदयस्पर्शी गीत के साथ हुआ। अध्यक्ष भंवरलाल सेठिया ने बताया कि साध्वी शशिरेखा ने अपने मंगल उद्बोधन में इतिहास की विशिष्ट घटना को याद करते हुए कहा कि "राजीव गांधी और संत लोंगोवाल समझौता गुरुदेव तुलसी के प्रयासों से संभव हुआ, और शांति का वातावरण बना। अणुव्रत मानव को मानवता का संदेश देने के लिए आवश्यक है।" साध्वी कांत प्रभा ने गीतिका प्रस्तुत की। मंत्री मनीष बाफना ने बताया कि कार्यक्रम की मुख्यवक्ता डॉ. पुष्पा नेसांप्रदायिक सौहार्द विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा कि "हमें विश्व बंधुत्व की विरासत मिली है। आचार्य तुलसी द्वारा प्रतिपादित अणुव्रत सही मायनों में मानव धर्म है, और नैतिकता संवर्धन की भावना इसका हृदय।" मुख्य वक्ता प्रेम बोथरा ने अहिंसा पर अपने विचार रखते हुए कहा कि "हिंसा का कारण जीवन की असीमित महत्वाकांक्षाएं हैं। इन्हें रोकने के लिए जीवन की महत्वाकांक्षाओं को कम करना होगा।जीवन में तन, मन और वचन तीनों के माध्यम से होने वाली हिंसा से बचना चाहिए। कार्यक्रम संयोजक मनोज सेठिया ने बताया कि इस अवसर पर राष्ट्रीय प्रचार प्रसार मंत्री धर्मेंद्र डाकलिया ने अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह कि पृष्ठभूमि और वर्तमान में लगभग 170 से अधिक शाखाओं के माध्यम से इसके आयोजन की जानकारी और इसका महत्व बताया। आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान के महामंत्री दीपक आंचलिया ने कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द और अहिंसा एक दूसरे के पूरक हैं। संगठन मंत्री जैन मनोज सेठिया ने बताया कि कार्यक्रम को सफल बनाने में किशन बेद, अनिल बेद, कुशल बाफना, मांगीलाल बोथरा, धर्मचंद सोनी का योगदान रहा।


Source: Dainik Bhaskar October 02, 2023 23:28 UTC



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