कांग्रेस नेता शशि थरूर को अंग्रेज़ी ज़बान के भारी भरकम शब्दों का इस्तेमाल करने में महारत हासिल है, लेकिन उर्दू शायरी के मैदान में उन्होंने क़दम रखने की कोशिश की तो लड़खड़ा गए. थरूर ने आगे लिखा कि मिर्ज़ा ग़ालिब की 220वीं सालगिरह. ऐ ख़ुदा मेरे दोस्तों को सलामत रखनावरना मेरी सलामती की दुआ कौन करेगाऔर रखना मेरे दुश्मनों को भी महफूज़वरना मेरी तेरे पास आने की दुआ कौन करेगा...!!! — Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) July 20, 2019हालांकि बाद में शशि थरूर को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने माफी मांगी. बता दें कि शशि थरूर के इस ट्वीट के जवाब में कई और लोगों ने भी ग़ालिब के नाम से गलत शायरी साझा की.
Source: NDTV July 21, 2019 23:03 UTC