Dainik Bhaskar Apr 29, 2019, 07:31 PM ISTबीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर सपा के टिकट पर किया नामांकनअंतिम दौर में सपा ने काटा शालिनी यादव का टिकटबीएसएफ में भ्रष्टाचार को लेकर आवाज उठाने पर हुए थे बर्खास्तअमित मुखर्जी, वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से शुक्रवार को दूसरी बार नामांकन किया था। लेकिन नामांकन के अंतिम दिन सपा ने अपना उम्मीदवार बदलकर इस सीट पर लड़ाई दिलचस्प बना दी है। सपा के सिंबल पर शालिनी यादव के साथ ही बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव ने भी नामांकन किया है। सपा के सिंबल पर चुनावी ताल ठोंक रहे तेज बहादुर का कहना है कि सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने चंद्रबाबू नायडू और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कहने पर ही उन्हें सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ाने का फैसला किया है।नामांकन के आखरी दिन सोमवार को गठबंधन से सपा के बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने नामांकन किया। इससे पहले सपा ने कांग्रेस से आयी शालिनी यादव को कैंडीडेट बनाया था। तेज बहादुर से दैनिक भास्कर एप ने अचानक टिकट मिलने एक्सक्लूसिव बातचीत की। उन्होंने बताया, चंद्रबाबू नायडू और ममता बनर्जी ने अखिलेश यादव से बातचीत कर मेरे नाम का सुझाव दिया था। मेरा मुख्य मुद्दा भ्रष्टाचार राष्ट्रवाद तो रहेगा साथ ही देश के जवानो ,नौजवानों, किसानों, गंगा का भी होगा।''अर्धसैनिक बलों का जवान शहीद हो तो उसे भी कानूनी रूप में शहीद का दर्जा मिलेतेज बहादुर ने बताया कि अर्धसैनिक बल का जवान मरता है तो उसे मृतक का दर्जा मिलता है। पुलवामा में जो जवान शहीद हुए उनको शहीद का दर्जा कानूनी दस्तावेज के मुताबिक नहीं मिला है। नौसेना ,जल सेना ,थल सेना को रक्षा मंत्रालय देखती है। वही सीआरपीएफ ,सीआईएसएफ ,आटीबीपी ,सीआरपी समेत कई अन्य विंग है,जिनके जवानों को शहीद का दर्जा कानूनी रूप से नहीं मिलता। इसको गृह मंत्रालय देखता है। पुरानी पेंशन योजना जवानों के लिए लागू किया जाए जो 2004 से बंद है।किसानों और नौजवानों के साथ गंगा का मुद्दा एजेंडे में शामिलतेज बहादुर ने कहा कि देश में किसानों की स्थिति बद से बत्तर है। तेज बहादुर ने बताया कि सालाना अस्सी हजार किसान आत्महत्या कर रहे हैं। देश में नौजवानों को रोजगार नहीं मिल रहा है। गंगा के नाम पर मोदी ने चुनाव लड़ा लेकिन आजतक एक भी नाले बंद नहीं हुए।जातीय समीकरण पर भी बोले तेज बहादुरउन्होंने बताया 80 हजार राजभर ओम प्रकाश राजभर को अपना नेता मानते हैं। लेकिन उनको मालूम है कि गठबंधन से जब हम लड़ेंगे तो वो मेरे साथ आ जाएंगे। वही आम आदमी पार्टी को 2014 में दो लाख 9 हजार वोट, 60 हजार वोट बसपा को और 45 हजार वोट सपा को पिछली बार मिला था। तेज बहादुर का दावा है कि ये सारे वोट उनके साथ जुडेंगे। लेकिन इसके बाद मुस्लिम वोटर 3.5 लाख के करीब है,जो हमेशा ही एंटी मोदी और भाजपा के खिलाफ होता है। पिछली बार मोदी लहर थी लेकिन इसबार इस बार एंटी इनकंबेंसी होने के पूरे चांस बन रहे हैं। यादव वोटर भी डेढ़ लाख के ऊपर है।तेज बहादुर ने बताया कि मुस्लिम वोटरों को डायवर्ट करने के लिए ही भाजपा अतीक अहमद को लड़ाने की तैयारी में जुटी है।कौन हैं तेज बहादुर यादवतेज बहादुर ने 2017 में बीएसएफ में मिल रहे खाने को घटिया बताते हुए विडियोज बनाए थे। सोशल मीडिया पर आने के बाद वे सभी विडियोज वायरल हो गए थे, जिसके बाद तेज चर्चा में आ गए। इस मामले की जांच हुई, जिसके बाद तेज बहादुर को उनको बर्खास्त कर दिया गया।
Source: Dainik Bhaskar April 29, 2019 13:52 UTC