भारत के संसदीय इतिहास में राज्यसभा द्वारा दिए गए योगदान की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को सभी दलों के सदस्यों को "रूकावट के बजाय संवाद का रास्ता चुनने" की नसीहत दी. उन्होंने "स्थायित्व एवं विविधता" को राज्यसभा की दो विशेषता बताया. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की एकता में जो ताकत है वह सबसे अधिक इसी सदन में प्रतिबिंबित होती है. उन्होंने राज्यसभा सदस्यों को सुझाव दिया कि हमें "रूकावट के बजाय संवाद का रास्ता चुनना चाहिए." VIDEO: राज्यसभा के 250वें सत्र के दौरान पीएम का संबोधन
Source: NDTV November 18, 2019 09:56 UTC