यास का असर: मधुबनी में तिलयुगा नदी का बढ़ा जलस्तर, चचरी पुल बहने से 3 पंचायतों से सड़क संपर्क टूटा, 20 हजार की आबादी प्रभावित - News Summed Up

यास का असर: मधुबनी में तिलयुगा नदी का बढ़ा जलस्तर, चचरी पुल बहने से 3 पंचायतों से सड़क संपर्क टूटा, 20 हजार की आबादी प्रभावित


Hindi NewsLocalBiharTilyuga River WaterLeval Increased In Madhubani; Yaas Impact In BiharAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐपयास का असर: मधुबनी में तिलयुगा नदी का बढ़ा जलस्तर, चचरी पुल बहने से 3 पंचायतों से सड़क संपर्क टूटा, 20 हजार की आबादी प्रभावितमधुबनी 5 घंटे पहलेकॉपी लिंकमधुबनी जिले में यास तूफान की वजह से तिलयुगा नदी के भगता घाट पर बना चचरी पुल बह गया है। इससे तीन पंचायतों की आबादी का सड़क संपर्क प्रखंड मुख्यालय से भंग हो गया है। यास तूफान के कारण जिले सहित नेपाल के क्षेत्रों में भारी बारिश होने के कारण तिलयुगा नदी के जल स्तर में रातों-रात भारी वृद्धि हो गई। पानी के तेज दबाव के कारण बांस से बना चचरी पुल नदी की उफनती धारा में टूटकर बह गया है। पंचायत की 20 हजार से अधिक आबादी को प्रखंड मुख्यालय से सीधे जोड़ती थी। सड़क संपर्क भंग हो जाने से इतनी बड़ी आबादी अब अपने गांव में कैद होकर रह गई है।गांव में कैद है आबादीभगता घाट के सरकारी नाविक रामबिलास साफी और मो. अलाउद्दीन ने बताया कि चचरी के साथ-साथ घाट पर बांध कर रखी गई सरकारी नाव भी पानी की तेज धारा में शुक्रवार रात बह गई। शनिवार सुबह से इस मार्ग पर यातायात बाधित है। डारह पंचायत के भगता और डारह गांव के बीच तिलयुगा नदी पर बना चचरी पुल डारह पंचायत के अलावे बसीपट्टी तथा गढ़गांव पंचायत की 20 हजार से अधिक आबादी को प्रखंड मुख्यालय से सीधे जोड़ती थी। सड़क संपर्क भंग हो जाने से इतनी बड़ी आबादी अब अपने गांव में कैद होकर रह गई है। यहां के वाशिंदें जहां महज 5 किलोमीटर की दूरी तय कर प्रखंड मुख्यालय पहुंचते थे, वहीं अब इनको 30 किलोमीटर अधिक दूरी तय कर सुपौल जिला क्षेत्र से प्रखंड मुख्यालय पहुंचना पड़ेगा।नाव की होगी व्यवस्थाइसी नदी के लाहवन घाट पर बना चचरी पुल भी रात में दह गया है। भारी बारिश के कारण नदियों में अचानक रातों-रात आई उफान के कारण ललवाराही घाट पर तथा कोसी नदी के बकुआ घाट पर बने चचरी पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने की सूचना है। भगता गांव निवासी विद्यानंद मुखिया सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि 80 हजार की लागत से भगता घाट पर चचरी पुल का निर्माण कराया गया था। स्थानीय ग्रामीणों के जन सहयोग से प्रतिवर्ष नवंबर- दिसंबर महीने में सुगम यातायात को लेकर नदी घाटों पर चचरी पुल का निर्माण करवाया जाता है। उल्लेखनीय है कि फुलपरास के पूर्व विधायक गुलजार देवी द्वारा भगता घाट पर पुल निर्माण की अनुशंसा की गई थी। लेकिन अद्यतन इस दिशा में सरजमीं पर कोई कार्य नहीं किया गया है। मधेपुर सीओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि भगता घाट पर यातायात व्यवस्था बहाल करने के लिए नाव की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।


Source: Dainik Bhaskar May 29, 2021 02:26 UTC



Loading...
Loading...
  

Loading...

                           
/* -------------------------- overlay advertisemnt -------------------------- */