9 और 10 मार्च को कई गैलेक्सी, नेबुला और सितारों के नजर आने के कारण इसे मेसियर मैराथन कहा जा रहा है. यह कॉमेट 71.2 साल में सूर्य का एक चक्कर पूरा करता है और यह एक बार फिर धरती से नजर आने वाला है. इस चंद्र ग्रहण में चांद की चमक कुछ समय के लिए कम हो जाएगी. यह यूरोप, पूर्वोत्तर एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका में नजर आने वाला . भारत में चंद्र ग्रहण नजर नहीं आने के कारण सूतक मान्य नहीं होगा.
Source: NDTV March 05, 2024 13:11 UTC