दरभंगा । सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बीमारी से लड़ा जा सकता है, परंतु महामारी से लड़ना आसान नहीं होता। सिस्टम द्वारा पूरी क्षमता का उपयोग करने के बावजूद कमी का होना स्वाभाविक है। ये बीमारी कहां से आई, कैसे आई, ये चर्चा का विषय हो सकता है। परंतु, मानव जीवन की सुरक्षा व्यवस्था करना हमारा धर्म है। हम लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं। पॉजिटिविटी रेट बिहार में आबादी के मुकाबले काफी कम रही है। लोगों का आकस्मिक निधन भी अन्य प्रदेशों की तुलना में काफी कम हुआ है। जांच करने में हमारा राज्य तीसरा स्थान रखता है। हम सभी के दर्द को महसूस करते हैं और दिनरात सेवा में लगे हुए हैं। हमारा स्वास्थ्य विभाग का हर कर्मचारी इस दिशा में अथक परिश्रम कर सेवा देने का काम किया है। हमने तीसरी संभावित लहर के मुकाबले के लिए भी तैयारी प्रारंभ कर दी है।वो रविवार को दरभंगा यूनेस्को क्लब द्वारा कोरोना काल में 'स्वास्थ्य समस्या और निदान' विषय पर आयोजित वेबिनार में बोल रहे थे। इससे पहले क्लब के अध्यक्ष विनोद कुमार पंसारी ने मंत्री, स्थानीय विधायक संजय सरावगी, संदीप विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समीर वर्मा, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर नवीन कुमार अग्रवाल, प्रसिद्ध हड्डी रोग चिकित्सक डॉ आर बी खेतान , यूनेस्को क्लब के राघबेन्द्र कुमार की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।मौके पर नगर विधायक संजय सरावगी ने कहा कि इस विपत्ति के समय में हमने लगातार जनता की सेवा की है। जितने संसाधन थे, उनका भरपूर उपयोग किया गया है। घर घर टीकाकरण का काम प्रारंभ किया गया है। दवाओं का वितरण किया गया है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह किया कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल अविलंब चालू किया जाए।संदीप विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समीर वर्मा ने स्वास्थ्य सेवा के लिए प्राइमरी हेल्थ सेंटर की व्यवस्था को दुरुस्त करने की बात कही। हड्डी रोग चिकित्सक डॉ आर बी खेतान ने चिकित्सा क्षेत्र में बजट बढ़ाने की मांग की। वेबिनार को प्रो. एनके अग्रवाल, कार्यक्रम की संचालिका सृजा अग्रवाल व राघवेन्द्र कुमार ने भी अपने विचार रखा।शॉर्ट मे जानें सभी बड़ी खबरें और पायें ई-पेपर,ऑडियो न्यूज़,और अन्य सर्विस, डाउनलोड जागरण ऐप
Source: Dainik Jagran June 06, 2021 17:59 UTC