मां भगवती का घर पर पूजन किया, मंदिर पहुंचकर दूर से प्रणाम - News Summed Up

मां भगवती का घर पर पूजन किया, मंदिर पहुंचकर दूर से प्रणाम


गुरुवार को नवमी तिथि पर शुक्लपक्ष, पुनर्वसु नक्षत्र, सर्वार्थसिद्धि, रवि और अमृत योग में भगवान राम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इसी दिन चैत्र नवरात्रि का भी समापन होगा।। नवमी तिथि का प्रारंभ गुरुवार सुबह 3.40 बजे होगा, जो शुक्रवार को सुबह 2.43 बजे तक रहेगी। गुरुवार को राम नवमी का मुहूर्त ढाई घंटे का है। सुबह 11.10 बजे से दोपहर 01.40 बजे तक भगवान श्री राम का जन्मोत्सव मनाने का सर्वश्रेष्ठ समय है।अष्टमी के दिन भी मंदिरों के पट बंद रहे। मंदिर के पुजारियों ने ही माता की आराधना कर भोग लगाया। गुरुवार को कई घरों में अष्टमी की पूजा हुई। लेकिन लोगों को कन्याएं नहीं मिल सकीं। इसके चलते लोगों ने गायों को ही प्रसादी खिलाई। ज्योतिषियों ने बताया कि नवरात्र के नौवें दिन देवी सिद्धिदात्री की उपासना की जाती है। इस दिन शास्त्रीय विधि-विधान और पूर्ण निष्ठा के साथ साधना करने वालों को सभी सिद्धियों की प्राप्ति हो जाती है। भगवान शिव ने भी सिद्धिदात्री की कृपा से सभी सिद्धियां प्राप्त की थीं। मां सिद्धिदात्री केतु ग्रह को नियंत्रित करती हैं। नवमी तिथि के दिन घर मे ही हवन करें व पूजन करे। कन्याओं के भोजन के लिए केवल दक्षिणा का संकल्प लें।मेष: अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के, कामद धन दारिद्र दबारि के।वृष: सब नर करहि परस्पर प्रीति, चलहि स्वधर्म निरत श्रुति नीति।मिथुन: हरन कठिन कलि कलुष कलेसू, महामोह निसि दलन दिनेसू।कर्क: दीनदयाल बिरिदु संभारी, हरहु नाथ मम संकट भारी।सिंह: मामभिरक्षय रघुकुलनायक, घृतवरचाप रुचिकर सायक।कन्या: जय रघुबंस बनज बनभानू, गहन दनुज कुल दहन कृसानू।तुला: राजीवनयन धरे धनुसायक, भगत विपत्तिभंजन सुखदायक।वृश्चिक: दैहिक दैविक भौतिक तापा, रामराज नहीं काहुहि व्यापा।धनु: सकल विघ्न व्यापहि नहीं तेही, राम सुकृपा विलोकहिं जेही।मकर: जे सकाम नर सुनही जे गावहि, सुख संपत्ति नाना विधि पावहि।कुंभ: सुनहि विमुक्त बिरत अरु विषई, लहहि भगति गति संपत्ति नई।मीन: प्रबिसिनगर कीजै सब काजा, हृदय राखि कोसलपुर राजा।श्रीराम नवमी पर मराठी समाज अपने-अपने घरों के बाहर 9-9 दीपक जलाएंगे। समाज के लोग गुरुवार शाम ठीक 7.30 बजे अपने घरों के बाहर दीपक जलाएंगे। यदि मिट्‌टी के दीपक नहीं मिलते तो आटे के दीपक बनाकर जलाए जा सकते हैं। वहीं दीनदयाल नगर में भी प्रभु श्री राम के जन्मोत्सव परदोपहर 12 बजे घरों पर पूजा पाठ किया जाएगा। यहां के लोग शाम को अपने घरों के बाहर 5-5 दीपक जलाएंगे।क्षत्रिय समाज के आराध्य प्रभु श्री राम के जन्मोत्सव पर क्षत्रिय समाज के लोग अपने घरों में सुंदरकांड का पाठ करेंगे। कोरोना वायरस के चलते इस साल क्षत्रिय महासभा किसी प्रकार का कोई आयोजन नहीं कर रही। साथ ही शाम के समय अपने अपने घरों के बाहर दीपक भी जलाएंगे। इसी तरह भारत विकास परिषद की ग्वालियर शाखा के पदाधिकारी भी सुंदरकांड का पाठ करेंगे। शाखा की अध्यक्ष डॉ. संदीपा मल्होत्रा ने बताया कि इस वर्ष ना तो कन्या पूजन कर पा रहे हैं और ना ही मंदिर जा पा रहे हैं । ऐसे में घर में ही सुंदरकांड का पाठ करना ही उचित रहेगा। कन्या पूजन के लिए जो राशि एकत्रित होगी, वह बच्चियों की पढ़ाई के लिए खर्च की जाएगाी।पंडितों के मुताबिक भगवान श्रीराम का जन्म त्रेता युग में चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि अाैर पुर्नवसु नक्षत्र के योग में दोपहर 12 बजे अभिजित मुहूर्त और पुष्य नक्षत्र में हुअा था। संयोग से इस नवमी पर सूर्योदय से दोपहर 2:23 बजे तक सर्वार्थ व अमृत सिद्वि मुहूर्त रहेंगे और इसके बाद पुष्य नक्षत्र योग प्रारंभ हो जाएगा, जो अगले दिन दोपहर 1.15 बजे तक रहेगा। ज्योतिषियों के मुताबिक नवमी पर गुरुवार होना, इसलिए भी शुभ है कि इस दिवस पर भगवान विष्णु का अधिपत्य है और भगवान राम विष्णु के ही अवतार हैं।लाला का बाजार स्थित शीतला माता मंदिर में आरती करते पुजारी । दूसरे और तीसरे चित्र में मंदिर के बाहर से माता भगवती को प्रणाम करते श्रद्धालु। फोटो: भास्करअचलेश्वर स्थित रामदरबार मंदिर में रोशनी तो की गई, लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण के भय से राम नवमी पर पट बंद रहेंगे।


Source: Dainik Bhaskar April 02, 2020 01:30 UTC



Loading...
Loading...
  

Loading...

                           
/* -------------------------- overlay advertisemnt -------------------------- */