Hindi NewsLocalGujaratWhen She Misses Her Son, She Falls Asleep On The Ashes Of Her Pyre In Gujarat , Amirgarh(banaaskaantha)Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐपमां तो मां है: बेटे की याद आती है तो उसकी चिता की राख पर सो जाती हैअमीरगढ़ (बनासकांठा) 13 घंटे पहलेकॉपी लिंकबेटे की असमय विदाई से आहत मंगूबेन जब भी उन्हें बेटे की याद आती है वह उसकी चिता की राख पर लेट जाती हैं।माटी का शरीर भले ही माटी में मिल जाए पर मां की ममता कभी मिट्टी नहीं हो सकती। ऐसी ही कहानी है उत्तर गुजरात के जूनीरोह गांव की मंगूबेन चौहाण की। चार महीने पहले उनके बेटे महेश का एक हादसे में निधन हो गया था। गांव के पास ही उसका अंतिम संस्कार हुआ।बेटे की असमय विदाई से आहत मंगूबेन अब तक सदमे से उबर नहीं पाई हैं। जब भी उन्हें बेटे की याद आती है, वह अंतिम संस्कार वाली जगह पर पहुंचकर उसकी चिता की राख पर लेट जाती हैं। परिवार वालों को जब मंगूबेन घर पर नहीं दिखतीं, वे मोक्षधाम जाकर उनको वापस ले आते हैं। यह सिलसिला लगातार जारी है।
Source: Dainik Bhaskar May 11, 2021 23:31 UTC