पवार ने इस चक्रव्यूह को भेदने के लिए सोमवार, यानी 11 नवंबर का दिन चुना. वजह थी कांग्रेस की केरल लॉबी क्योंकि वहां से कांग्रेस के 15 सांसद आते हैं. शाम साढ़े सात बजे एनसीपी नेता अजीत पवार का बयान आया कि हम कांग्रेस के समर्थन की चिट्ठी का इंतजार कर रहे हैं और जब तक कांग्रेस की चिट्ठी नहीं आती हम इंतजार करेंगे. इसके तुरंत बाद मुंबई में अहमद पटेल और शरद पवार ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की और महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की आलोचना की. उन्होंने कहा कि राज्यपाल को कांग्रेस को भी मौका देना चाहिए था.
Source: NDTV November 13, 2019 11:23 UTC