Hindi NewsLocalBiharMaharani Web Series News Update; Film Critic Vinod Anupam Says It Shows Upper Caste In Bad Light'महारानी' वेब सीरीज पर विनोद अनुपम ने कहा: राबड़ी राज की इमेज बनाने, सवर्णों को नीचा दिखाने की कोशिश हुई; सभी सिंह-पांडेय-तिवारी को भ्रष्ट बताया'हालिया रीलीज वेब सीरीज 'महारानी' पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पर है। बिहारियों को अपमानित करने से लेकर सवर्णों को टारगेट पर लेने का काम इसमें खूब किया गया है।' यह कहा है राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त समीक्षक विनोद अनुपम ने। उन्होंने ये बातें दैनिक भास्कर के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कही। आगे पढ़िए विनोद अनुपम के साथ यह बातचीत-सवाल- महारानी वेब सीरीज की टाइमिंग पर सवाल उठ रहे हैं? जवाब- बिहार का नाम है इसमें। बिहार के लोगों का भी नाम है। जिसने भी स्क्रिप्ट लिखी है, दावे के साथ कह सकता हूं कि बिहार की राजनीति और यहां के पॉलिटिकल लोगों की जरा सी भी समझ नहीं है। गर्वनर की तो कोई भूमिका ही सच में नहीं थी, पर इसमें दिखाया गया है।सवाल- तो क्या इसमें सच और झूठ का कॉकटेल है? जवाब- सच्चे कैरेक्टर लिए गए हैं और झूठी कहानी के अंदर उसको फिट कर दिया गया है। राजबाला वर्मा दिखती हैं, राबड़ी देवी भी दिखती हैं पर पूरी कहानी वही है जो निर्देशक ने चाहा है। कथाकार ने ईमानदारी जरा भी नहीं बरती है।सवाल- सिनेमेटिक लिबर्टी को किस तरह से देखते हैं? जवाब- वेब सीरीज को जिस तरह से गढ़ा गया है, उसमें यह साफ दिखता है। मेरा मानना है कि बिहार में जाति कभी यह उस तरह से नहीं रही। वेब सीरीज में रणवीर सेना को दिखाते हैं और उसे इतना पावरफुल दिखाते हैं कि ब्यूरोक्रेसी से लेकर राजनीति, और यहां तक कि राज्य के गवर्नर तक रणवीर सेना के प्रभाव में है। जातियों में सिंह, शर्मा, पांडेय, तिवारी का नाम ले-लेकर बताया जा रहा है कि वही सबसे भ्रष्ट हैं।सवाल- अगड़ी जातियों को बेइज्जत करने की कोशिश की गई है? जवाब- बेइज्जत तो नहीं कहेंगे, लेकिन टारगेट जरूर किया गया है। ऐसा किसी भी दौर में नहीं हुआ है कि सारे सवर्ण भ्रष्ट हों, सारे पिछड़े और दलित ईमानदार हों। महारानी के पार्टी के अध्यक्ष दयाशंकर पांडेय हैं। उनका डायलॉग है कि मेरी दो ही चीजों में दिलचस्पी है- रम और रंडी। ये अजीब तरह का मामला है। हाल के दिनों में देख लीजिए बलात्कार के जितने भी आरोप लगे हैं पिछड़ी जाति के विधायकों पर लगे हैं।सीरीज में दिखाया गया है कि राजनीति में सेक्स का घालमेल सवर्ण कर रहे हैं। टारगेट करने की कोशिश की गई है। इसलिए RJD की फेस लिफ्टिंग की कोशिश है कि अपने लोगों को कैसे इमोशनली जोड़ा जाए।
Source: Dainik Bhaskar June 04, 2021 14:37 UTC