वन सेवा की परीक्षा में सामान्य वर्ग के लिए 1200 की जगह 2500 रुपए, वहीं आरक्षित वर्ग के लिए 600 की जगह 1250 रुपए. यह सही है कि भारत के युवाओं की राजनीतिक चेतना सांप्रदायिक होते होते थर्ड क्लास हो गई है, लेकिन उन्हें और मारना तो ठीक नहीं है. मध्य प्रदेश से कई छात्र लिखते हैं कि साल भर हो गए कोई नई भर्ती नहीं निकली है. जेएनयू की फ़ीस वृद्धि का समर्थन करने वाले लोग बीजेपी सरकार के एक बेकार वाइस चांसलर का बचाव कर रहे थे. हो सकता है ऐसे लंपट कांग्रेस सरकार के फ़ैसले का विरोध करने आ जाएं तब भी कहूंगा कि उनका भी स्वागत हो ताकि वे ग़रीबी को महसूस करें.
Source: NDTV November 17, 2019 02:53 UTC