ये आम पेड़ों से ही तोड़े जाते हैं, लेकिन कृत्रिम तरीके से पकाने के तरीके की वजह से इन्हें नकली आम कहा जाता है. उपरोक्त समस्याओं से बचने का सर्वोत्तम उपाय है कि क्रेता (खरीदने वाला) को फलों, सब्जियों के साथ-साथ अन्य कृषि उत्पाद सीधे किसानों से खरीदने चाहिए. इसके अलावा, इसमें अक्सर कम पैकेजिंग शामिल होती है, जिसका मतलब है कम अपशिष्ट और प्रदूषण होता है. इससे मिट्टी स्वस्थ होती है, कीटनाशकों और उर्वरकों का कम इस्तेमाल होता है और समग्र पारिस्थितिक स्वास्थ्य बेहतर होता है. सीधी खरीद सुनिश्चित करती है कि उपभोक्ताओं को फल का असली स्वाद और गुणवत्ता मिलता है.
Source: Dainik Jagran June 25, 2024 09:14 UTC