भगवती देवी मंदिर कन्याकुमारी के इस मंदिर में मां भगवती की पूजा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव को अपने पति के रूप में प्राप्त करने के लिए मां यहां एक बार तपस्या करने के लिए आई थीं। भगवती माता को संन्यास देवी भी कहते हैं। सन्यासी पुरुष इस गेट तक ही मां के दर्शन कर सकते हैं। साथ ही शादीशुदा पुरुषों को भी इस मंदिर में जाने की अनुमति नहीं है। (फोटो साभार : Wikimedia Commons)आट्टुकाल देवी मंदिर आपको शायद यह पता न हो, लेकिन केरल के इस मंदिर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है, क्योंकि यहां एक साथ 30 लाख से अधिक महिलाएं पोंगल उत्सव में भाग लेने आई थी थीं। इस मंदिर में यह त्योहार बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। मंदिर में विशेष रूप से भद्रकाली देवी की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि भद्रकाली माता पोंगल के दौरान दस दिन तक मंदिर में निवास करती हैं। मंदिर में पुरुषों का आना मना है। (फोटो साभार : TOI)चक्कुलाथुकावु मंदिर केरल में मौजूद चक्कुलाथुकावु मंदिर में मां दुर्गा की पूजा होती है। यहां हर साल पोंगल के दिन नारी पूजा की जाती है। यह 10 दिनों तक चलता है और इस दौरान पुरुषों का यहां आना बिलकुल मना होता है। पूजा के आखिरी दिन के मौके पर पुरुष, पुजारी महिलाओं के पैर धोते हैं।
Source: Navbharat Times May 28, 2021 10:33 UTC