बेटी का पैर खराब था, जन्म के 20वें दिन छोड़ आया पिता, गिरफ्तार - News Summed Up

बेटी का पैर खराब था, जन्म के 20वें दिन छोड़ आया पिता, गिरफ्तार


ये संवेदनाओं को झकझोरने वाली घटना है, जो हमें सोचने को मजबूर करती हैDanik Bhaskar Sep 27, 2018, 11:40 AM ISTजालंधर. प्रीत नगर, सोढल में रहने वाले राहुल ने महज 20 दिन की अपनी बच्ची को बुधवार सुबह 5.10 पर ज्योति चौक के पास स्थित सुदामा मार्केट की एक दुकान के टेबल पर इसलिए छोड़ दिया क्योंकि बच्ची का जन्म से ही एक पैर खराब था। सुबह मां सोकर उठी तो बच्ची उसके पास नहीं थी।पति से पूछा तो कुछ नहीं बोला। बाद में बोला कि वह उसे सिविल अस्पताल छोड़ आया है। मां दौड़ी-दौड़ी सिविल अस्पताल पहुंची और अपनी बच्ची वापस लेने के लिए रोने लगी। बच्ची फिलहाल पुलिस की देखरेख में सिविल अस्पताल में दाखिल करवाई गई है और पिता को गिरफ्तार कर 12 साल से कम उम्र के बच्चे को कहीं फेंकने की धारा-317 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।बच्ची की मां पूजा ने बताया कि- ‘पति राहुल प्रीत नगर में कपड़े प्रेस करने का काम करता है। बेटी के पैदा होने वाले दिन से ही वह बेटी को छोड़ने की बात कह रहा था। दिव्यांग बच्ची पैदा होने का कारण भी वह मुझे ही मानता था। बार-बार कहता था- कैसा बच्चा पैदा किया है। मंगलवार को मुझे अस्पताल से छुट्टी मिली तो वह तब से ही बेचैन था। घर पहुंचते ही कहने लगा- मुझे यह बच्ची नहीं चाहिए। इसे कहीं छोड़ आउंगा। आधी रात तक बहस चली। सुबह मैं उठी तो देखा बच्ची बगल में नहीं थी।एक घंटे बाद पति घर लौटा। मैंने पूछा बच्ची कहां है तो वह कुछ नहीं बोला। मेरा रो-रोकर बुरा हाल था लेकिन वह चुप रहा। सुबह आठ बजे मकान मालिक को बताया तो उसने कहा अगर पुलिस में शिकायत दे दी तो तुम जेल जाओगे। इस पर राहुल बोला- मैं बच्ची को सिविल की मशीन में रख आया हूं।’पुलिस ने मां को डांटा तो रोते हुए बोली- मुझे मेरी बच्ची दिला दो : पूजा ने बताया बच्ची के सिविल अस्पताल होने की बात पता लगते ही वह 6 साल के बेटे जिगर को लेकर सिविल अस्पताल पहुंच गई। वहां बच्ची मिल गई। डॉक्टरों से पता चला कि पति उसकी बच्ची को सड़क किनारे फेंक गया था। उसने बच्ची मांगी तो डॉक्टरों ने कहा, ‘पुलिस केस है। पुलिस से बात करो।’ इतने में थाना-4 के एएसआई जगदीश सिंह मौके पर पहुंच गए।उन्होंने बच्ची की मां को डांटा- ‘तुम लोगों ने तो रोज का ही सीन बना लिया है। बच्चा पैदा करो और उसे सड़क पर छोड़ दो।’ पुलिस की डांट सुनकर पूजा रोने लगी और डॉक्टरों से बोली- मुझे मेरी बच्ची दिला दो। उसने पुलिस को बताया कि पति बिना उसकी मर्जी के बच्ची को ले गया था। वो तो सो रही थी।वरना कभी उसे खुद से जुदा न होने देती। उसने फरियाद की कि उसकी बच्ची उसे दिला दी जाए। मां की बात सुनकर पुलिस ने बच्ची के पिता राहुल को प्रीत नगर (सोढल) स्थित घर से काबू कर केस दर्ज कर लिया।पुलिस मुलाजिम बच्ची को अस्पताल लेकर पहुंचे तो बच्ची की टांग देखकर डॉक्टरों ने तुरंत बता दिया कि उक्त बच्ची को एक दिन पहले ही डिस्चार्ज किया गया था। बच्ची का जन्म 7 सितंबर को सिविल अस्पताल में नार्मल डिलीवरी से हुआ था। 8 सितंबर को बच्ची की मां समेत उसे अस्पताल में दाखिल किया गया था। पुलिस जांच में उक्त मामले में बच्ची की मां पूजा को कोई दोष नजर सामने नहीं आया। इस कारण पुलिस ने आरोपी पिता के ही खिलाफ केस दर्ज किया है।पहले दिन से ही नहीं रखना चाहता था बच्ची को पिता : मूल रूप से यूपी के आजमगढ़ के गांव गोरा की रहने वाली पूजा ने बताया कि 15 साल पहले राहुल से उसकी शादी हुई थी। दो बच्चों को जन्म के बाद वह परिवार के साथ जालंधर आ गए थे। उसका पति इलाके में कपड़े प्रेस करने का काम करता है।उसकी बड़ी बेटी नेहा 8 साल की है, जबकि बेटा जिगर 6 साल का है। उसने बताया 7 सितंबर को उसकी बच्ची का जन्म हुआ था, जिसका जन्म से ही पैर खराब था। जन्म के पहले दिन से ही पति बच्ची को रखना नहीं चाहता था। उसने सोचा था कि वह अपने पति को समझा लेगी। लेकिन बुधवार सुबह जब वह उठी तो उसके पास से बच्ची गायब थी। उसने मिन्नतें करते हुए कई बार पति से पूछा कि बेटी कहां है लेकिन वह बिलकुल चुप बैठा रहा।


Source: Dainik Bhaskar September 27, 2018 00:11 UTC



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