दिल्ली, जम्मू, अमृतसर, पठानकोट व गगल (धर्मशाला) तक हवाई मार्ग और उससे आगे बस या टैक्सी के माध्यम से पहुंचा जा सकता है। यहां पहुंचने के लिए पठानकोट तक ट्रेन से आ सकते हैं। दिल्ली से डलहौजी 564 किमी., चंडीगढ़ से 325 किमी., पठानकोट से 82 किमी. तथा कांगड़ा एयरपोर्ट से 120 किमी. की दूरी पर है।कहां ठहरें? ठहरने के लिए सरकारी विश्राम गृह उपलब्ध हैं। पर्यटकों की सुविधा के अच्छे व मध्यम दर्जे के कई होटल व लॉज भी हैं। हिमाचल प्रदेश सरकार की होम स्टे योजना के तहत डलहौजी शहर व इसके आसपास के क्षेत्रों में अब कई होम स्टे भी खुल चुके हैं।कब आएं डलहौजी घूमने? वैसे तो वर्ष भर में कभी भी यहां घूमने आया जा सकता है, परंतु बर्फ देखने की इच्छा हो तो जनवरी में आ सकते हैं। आमतौर पर अप्रैल से दिसंबर तक डलहौजी आना बेहतर है।इनपुट: डलहौजी से विशाल सेखड़ी, चंबा से सुरेश ठाकुरPosted By: Sanjay Pokhriyal
Source: Dainik Jagran December 22, 2018 07:44 UTC