Dainik Bhaskar Jul 04, 2019, 07:52 PM ISTनई दिल्ली. विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई का दिखावा करके अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को धोखा देने की कोशिश कर रहा है। बुधवार को पाकिस्तान ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद समेत 12 आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई का दावा किया था। इस पर विदेश मंत्रालय की ओर से यह बयान जारी किया। पाक ने इन तमाम आतंकी समूहों पर टेरर फंडिंग से जुड़े 23 मामले दर्ज किए हैं।दूसरी तरफ पाकिस्तान पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आतंक के खिलाफ कदम उठाने का दबाव बढ़ रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा- पाकिस्तान यह दिखावे की कार्रवाई करके हमें मूर्ख बनाने की कोशिश न करे। कुमार ने पाक के उन दावों को भी नकार दिया, जिसमें उसने दावा किया था कि दाऊद इब्राहिम उसके यहां नहीं है। कुमार ने कहा कि दाऊद कहां छिपा है, ये सबको पता है।बुधवार को पाकिस्तान काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी) ने हाफिज और उसके 12 करीबियों के खिलाफ टेरर फंडिंग के 23 केस दर्ज किए। अधिकारियों ने बताया कि ये लोग ट्रस्ट से रकम जुटाकर इसका इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने में कर रहे थे।काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट ने बताया- जमात-उद-दावा और उसके करीबी आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पांच ट्रस्ट का इस्तेमाल करते हैं। हाफिज सईद जमात का प्रमुख है। जमात के अलावा एफआईआर में लश्कर-ए-तैयबा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) के ट्रस्ट से जुड़े नेताओं के नाम शामिल हैं।सीटीडी के मुताबिक, जांच में सामने आया है कि जमात, लश्कर और एफआईएफ अपने ट्रस्ट के जरिए पैसे जुटाते हैं। इसके बाद यह रकम आतंकियों की मदद करने में लगाई जाती है। ट्रस्टों में अल-अनफाल, दावत-उल-इरशाद, अल हमद, अल मदीना और मौज बिन जबल के नाम शामिल हैं। सभी 23 केस की सुनवाई आतंकवाद निरोधी कोर्ट करेगी।आतंकी हाफिज 26/11 मुंबई अटैक का मास्टरमाइंड है। वह जमात के जरिए अपने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए पैसे जुटाता है। इसके बाद भारत में हमलों के लिए आतंकियों को ट्रेनिंग देता है। अमेरिका 2012 में हाफिज को वैश्विक आतंकी घोषित कर चुका है। उसके ऊपर 10 मिलियन डॉलर (करीब 69 करोड़ रुपए) का इनाम भी रखा है।
Source: Dainik Bhaskar July 04, 2019 13:41 UTC