बच्चें के दिमाग में मालिक बनने की नहीं बल्कि संधर्ष की बात बतानी चाहिये - News Summed Up

बच्चें के दिमाग में मालिक बनने की नहीं बल्कि संधर्ष की बात बतानी चाहिये


ये दुनियां उतनी बुरी भी नहीं है, जितना हम सोच लेते हैंजितना हम ये सोच लेते हैं कि "ये दुनियां बहुत बुरी है" हालांकि ऐसा कुछ भी नहीं है. यहां तक किसी गरीब-लाचार को देख कर उसके दिमाग़ में ये बात आती है कि ये सब दिखावा करते है , इनके पास कोई दुःख-तक़लीफ़ नहीं हैं. एक समय के बाद वो खुद को ही किसी काम के काबिल नहीं समझता . इस बात को यदि बारीकी से समझे तो किसी भी बच्चे के दिमाग में ये बात नहीं ड़ालनी चाहिये कि उसके पास इतनी सम्पत्ति है कि उसे काम-धंधा करने की जरूरत नहीं है. इस उदाहरण से यही समझा जा सकता कि हर अभिभावक को अपने बच्चें के दिमाग में किसी संपति के मालिक बनने की नहीं बल्कि संधर्ष की बात बतानी चाहिये .


Source: Dainik Jagran September 21, 2023 06:28 UTC



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