Hindi NewsLocalMaharashtraMaharashtra Phone Tapping Case; Uddhav Thackeray | Government Constitutes Committee To Probe Allegationsफोन टैपिंग विवाद: महाराष्ट्र सरकार ने 2016-17 में हुई फोन टैपिंग मामले की जांच के लिए बनाई हाई लेवल कमेटी, डिप्टी CM ने कहा-आरोप में दममुंबई 12 घंटे पहलेकॉपी लिंकमहाराष्ट्र के डीजी की अध्यक्षता में बनी इस कमेटी में CID कमिश्नर, स्पेशल ब्रांच के एडिशनल कमिश्नर भी सदस्य होंगे।पूर्व की देवेंद्र फडणवीस सरकार के कार्यकाल में हुई फोन टैपिंग की जांच अब महाराष्ट्र में एक हाईलेवल कमेटी करेगी। कांग्रेस नेता नाना पटोले द्वारा इस मामले को विधानसभा में उठाने के बाद गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने इस मामले की जांच के लिए एक हाईलेवल कमेटी गठित करने का आश्वासन दिया था। शुक्रवार को इसी मामले में जांच का आदेश दे दिया गया है। महाराष्ट्र के डीजी की अध्यक्षता में बनी इस कमेटी में CID कमिश्नर, स्पेशल ब्रांच के एडिशनल कमिश्नर भी सदस्य होंगे।नाना पटोले का कहना है कि अमजद खान के नाम से उनका फोन टैप किया गया। इस पर डिप्टी CM अजीत पवार ने कहा कि उनके आरोप में दम है।कमेटी इस बात की करेगी जांचक्या 2015 से 2019 के बीच नेताओं के फोन गलत राजनीतिक उद्देश्य के चलते टैप किए गए थे? अगर ऐसा हुआ था, तो यह आदेश किसने और क्यों दिया था? क्या फोन टैपिंग के दौरान मौजूदा नियमों का सही ढंग से पालन हुआ था या नहीं? कमेटी इस मामले में अपनी पूरी रिपोर्ट 3 महीने में पेश करेगी।अमजद खान के नाम से टैप हुआ मेरा फोन: नाना पटोलेनाना पटोले ने फोन टैपिंग का मुद्दा उठाते हुए कहा था, 2016-17 में विधायक-सांसदों के फोन टैप किए जाते थे। उन्होंने कहा, मेरा नंबर अमजद खान के नाम से टैप किया गया। वह ड्रग पेडलर था। यह व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर हमला है। पटोले ने सवाल उठाया था, फोन टैपिंग किसके आदेश पर की जाती रही है? उन्होंने इस मामले में जांच की मांग की थी।अजीत पवार ने कहा-नाना के आरोपों में है दमनाना पटोले पहले बीजेपी के सांसद थे। बाद में पीएम नरेंद्र मोदी और देवेंद्र फडणवीस से मतभेद के बाद उन्होंने बीजेपी छोड़ कांग्रेस ज्वॉइन कर ली थी। पटोले के आरोप पर डिप्टी सीएम अजीत पवार ने शनिवार को कहा कि नाना पटोले के आरोपों में दम है। उन्होंने कहा अगर राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से फोन टैपिंग की जाती है तो फिर ठीक है लेकिन अगर ऐसा राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा था तो ये कानून के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि झूठे नाम देकर नेताओं और जनप्रतिनिधियों के फोन टैप किए गए। नाना पटोले के मामले में भी ऐसा ही हुआ है।
Source: Dainik Bhaskar July 10, 2021 09:23 UTC