फिर नोटबंदी: मित्रो… नहीं, नहीं… इस बार सिर्फ़ धनपतियों, उद्योगपतियों की बारी… - News Summed Up

फिर नोटबंदी: मित्रो… नहीं, नहीं… इस बार सिर्फ़ धनपतियों, उद्योगपतियों की बारी…


Hindi NewsNationalDemonetisation | 2000 Currency Note Circulation Endभास्कर ओपिनियन फिर नोटबंदी: मित्रो… नहीं, नहीं… इस बार सिर्फ़ धनपतियों, उद्योगपतियों की बारी…20 घंटे पहलेकॉपी लिंकफिर नोटबंदी…! सामान्य आदमी को तो अब इस गुलाबी नोट के दर्शन भी मुमकिन नहीं है।अब आते हैं दो हज़ार के नोट को चलन से बाहर करने के फ़ैसले पर। यह फ़ैसला सही है या ग़लत? तुलनात्मक रूप से सही माना जाए तो इसलिए कि आम आदमी पर इसका कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा।ग़लत इस रूप में कहा जा सकता है कि जब काला धन ख़त्म ही करना था तो 2016 में पाँच सौ और हज़ार का नोट बंद करके दो हज़ार का नोट क्यों चलाया? क्योंकि नोट जितने छोटे यानी कम रक़म के होंगे, काले धन पर उतना ही अंकुश लग पाएगा। ऐसे में जब दो हज़ार का नोट जारी करना ही ग़लत फ़ैसला था तो उसे चलन से बाहर करने को सही कैसे ठहराया जा सकता है? और क्यों, इसका हिसाब- किताब तो होगा ही। इनकम टैक्स वाले भी टूट पड़ सकते हैं। लेकिन सारी छूट, तमाम सहूलियतें पैसे वालों को ही क्यों?


Source: Dainik Bhaskar May 20, 2023 04:23 UTC



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